गोंडा में ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर युवक ने सुसाइड कर लिया। उसने अपने मुंह में खुद से कपड़ा ठूंसा। फिर दोनों पैर रस्सी से बांधे और पंखे से लटक गया। युवक ने कमरे की दीवार पर शादीशुदा गर्लफ्रेंड के साथ वीडियो कॉल, वॉट्सऐप चैट, कॉल डिटेल्स के प्रिंटआउट और सुसाइड नोट भी चिपकाए। परिवार वालों ने युवक के सुसाइड की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर नगर कोतवाली और सिविल लाइन चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। अब तक की जांच में सामने आया है कि युवक आरोपियों की पहचान उजागर करने के लिए ऐसा किया। घटना बुधवार शाम नगर कोतवाली क्षेत्र की है। अब पूरा मामला विस्तार से… गायत्रीपुरम में रहने वाला अभिषेक श्रीवास्तव (25) पेशे से इंजीनियर था। वह एक पेंट कंपनी में काम करता था। परिवार वालों के मुताबिक, अभिषेक ने अंदर से कमरे का दरवाजा बंद कर रखा था। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी जब कोई आवाज नहीं आई तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो अभिषेक पंखे से लटका हुआ था। कमरे की दीवार पर सामने रहने वाली सोनल सिंह और उसके पति अजीत सिंह के साथ हुई व्हाट्सएप चैट, कॉल डिटेल्स और वीडियो कॉल के स्क्रीनशॉट सुसाइड नोट के साथ चस्पा मिले। सुसाइड नोट में लिखा था सोनल सिंह और उसका पति ब्लैकमेल कर रहे थे। 12 अक्टूबर को जेल से छूटकर आया था सुसाइड नोट में यह भी लिखा गया है कि बीते 28 सितंबर को सोनल सिंह और उसके पति अजीत सिंह ने अभिषेक के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया था। नगर कोतवाली पुलिस ने 30 सितंबर को अभिषेक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वह 12 अक्टूबर को जेल से छूटकर आया था। सुलह के नाम पर दो लाख रुपए मांगे जेल से छूटने के बाद से ही सुलह के नाम पर दो लाख रुपए की मांग की जा रही थी। आरोप है कि रकम न देने पर पहले की तरह फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी जा रही थी, जिससे परेशान होकर अभिषेक ने आत्महत्या कर ली। आमने सामने रहते थे सोनल-अभिषेक सोनल सिंह और अभिषेक आमने-सामने रहने के कारण एक-दूसरे से बातचीत करते थे। इसी का फायदा उठाकर सोनल सिंह ने गलत मुकदमा दर्ज कराया। बाद में सुलह के नाम पर ब्लैकमेल कर पैसे मांगे जा रहे थे। चाचा उद्भव श्रीवास्तव ने नगर कोतवाली में तहरीर देकर सोनल सिंह और उसके पति अजीत सिंह के खिलाफ ब्लैकमेलिंग समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। नगर कोतवाली प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया- आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। कमरे से व्हाट्सएप चैट, वीडियो कॉल के स्क्रीनशॉट और पैसों के लेन-देन से जुड़े पोस्टर बरामद हुए हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। —————————————— ये खबर भी पढ़ेःं- टीवी डिबेट देख कॉर्पोरेट जॉब छोड़ी, घरवाले बोले-पागल हो गया, IIIT वाले ने गोबर-गोमूत्र से बना डाली 10 करोड़ की कंपनी आज पीछे मुड़कर देखता हूं तो लगता है कि जिंदगी कब और कैसे करवट बदलती है, पता ही नहीं चलता। यूरोप, अमेरिका, साउथ-ईस्ट एशिया के बड़े-बड़े कॉर्पोरेट ऑफिसेज में काम करने वाला एक लड़का गाय चरा रहा है। नमस्कार, मैं असीम रावत, पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। अब मैं गाजियाबाद के सिकंदपुर में रहता हूं। पढ़ें पूरी खबर…
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