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गोरखपुर में छात्राओं को बोर्ड परीक्षा से पहले मार्गदर्शन मिला:स्मार्ट स्टडी, समय प्रबंधन और तनाव से निपटने पर विशेषज्ञों ने दिए सुझाव

गोरखपुर में बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर इस्लामिया गर्ल्स इंटरमीडिएट कॉलेज, जाहिदाबाद गोरखनाथ में अल कलम एसोसिएशन की ओर से दो दिवसीय मार्गदर्शन कार्यक्रम ‘आओ करें, परीक्षा पर चर्चा’ आयोजित किया गया। कार्यक्रम के पहले दिन हाईस्कूल परीक्षा देने वाली छात्राओं को परीक्षा की रणनीति, समय प्रबंधन और बेहतर परिणाम के व्यावहारिक तरीकों की जानकारी दी गई। छात्राओं ने खुलकर सवाल पूछे, जिनका विषय विशेषज्ञों ने विस्तार से जवाब दिया। शुक्रवार को इंटरमीडिएट की छात्राओं के लिए सत्र आयोजित किया जाएगा। स्मार्ट स्टडी और नियमित रिवीजन से मिलेगी सफलता
मुख्य अतिथि मियां साहब इस्लामिया इंटर कॉलेज, बक्शीपुर के प्रधानाचार्य मुख्तार अहमद ने कहा कि कम समय में प्रभावी पढ़ाई यानी स्मार्ट स्टडी और नियमित रिवीजन ही परीक्षा में सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि हर विषय के लिए अलग अध्ययन योजना बनाना जरूरी है। समय का सही उपयोग, मॉक टेस्ट और निरंतर अभ्यास से न केवल तैयारी मजबूत होती है, बल्कि परीक्षा का तनाव भी कम होता है। मुख्तार अहमद ने छात्राओं को सलाह दी कि 45 से 60 मिनट की पढ़ाई के बाद छोटा ब्रेक जरूर लें, इससे एकाग्रता बनी रहती है। पढ़ाई के लिए शांत और व्यवस्थित स्थान चुनें। जंक फूड से बचें, पौष्टिक भोजन लें और पूरी नींद लें। परीक्षा से पहले बैग, कपड़े और अन्य जरूरी सामग्री पहले से तैयार रखें, ताकि अंतिम समय में घबराहट न हो। व्यावहारिक शेड्यूल बनाकर करें तैयारी
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं इस्लामिया गर्ल्स इंटरमीडिएट कॉलेज की प्रधानाचार्या शम्सा अंसारी ने कहा कि सभी विषयों को कवर करने के लिए व्यावहारिक और संतुलित शेड्यूल बनाना आवश्यक है। कठिन विषयों को अधिक समय दें और तैयारी शुरू करने से पहले सिलेबस व मार्किंग स्कीम को अच्छी तरह समझ लें। पढ़ाई के दौरान महत्वपूर्ण बिंदुओं के संक्षिप्त नोट्स बनाएं और नियमित अंतराल पर उनका दोहराव करें। योजना बनाकर पढ़ाई करने से बेहतर होंगे परिणाम
वरिष्ठ शिक्षक आसिफ महमूद ने कहा कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी बिना ठोस योजना के नहीं होनी चाहिए। कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान दें और कठिन टॉपिक्स को सरल तरीके से समझें। केवल पढ़ाई तक सीमित न रहें, बल्कि खुद को समय-समय पर टेस्ट करते रहें। उन्होंने हिंदी जैसे विषयों में मात्रा और व्याकरण पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। मॉक टेस्ट से बढ़ेगा आत्मविश्वास और समय प्रबंधन
युवा शिक्षक कारी मुहम्मद अनस रजवी ने कहा कि परीक्षा जैसे माहौल में मॉक टेस्ट देने से समय प्रबंधन मजबूत होता है और परीक्षा का डर कम होता है। प्रश्न पत्र मिलने के बाद पहले उसे ध्यान से पढ़ें, आसान प्रश्न पहले हल करें और उत्तर साफ-सुथरे व व्यवस्थित ढंग से लिखें। जहां कठिनाई हो, वहां शिक्षकों या सहपाठियों से मार्गदर्शन लेने में संकोच न करें। कार्यक्रम में मंतशा परवीन, रूद्रावती सिंह, फहमीदा बानो, शीरीन सेराज, नाजिया शगुफ्ता, महमूद आलम, सकीना बेगम, मसर्रत जहां, सोनी गुप्ता सहित बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रहीं।


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