DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

नोएडा में मूर्तिकार राम सुतार का निधन:दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाया था, कई दिनों से बीमार थे

नोएडा के सेक्टर-19 में बुधवार रात मूर्तिकार राम वंजी सुतार का निधन हो गया। उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को बनाया था। वह पद्मभूषण समेत कई बड़े अवार्ड से सम्मानित थे। कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने घर पर ही अंतिम सांस ली। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी ने उनके निधन पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा-राम सुतार जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने देश के महान मूर्तिकार थे। उन्होंने केवडिया में स्थापित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाया था। उन्होंने मूर्तिकला से देश की सेवा की है। इसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। वे देश का गौरव हैं। वह अपने काम से हमेशा दूसरों को प्रेरणा देते रहेंगे। ॐ शांति। वहीं सीएम योगी ने लिखा- महान मूर्तिकार, विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के शिल्पकार, ‘पद्म भूषण’ श्री राम. वी. सुतार जी का निधन अत्यंत दुःखद एवं कला जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति एवं शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति! सबसे पहले दो तस्वीरें देखिए महाराष्ट्र सीएम ने घर आकर महाराष्ट्र भूषण अवार्ड से सम्मानित किया था मुंबई में राम वंजी सुतार के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया गया था। स्वास्थ्य कारणों से वह मुंबई नहीं जा सके थे। जिसके बाद शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार नोएडा में राम वंजी सुतार के आवास पहुंचे थे। उन्होंने राम सुतार को ‘महाराष्ट्र भूषण 2024’ से सम्मानित किया था। 20 मार्च को विधानसभा में अवार्ड की घोषणा की थी देवेंद्र फडणवीस ने 20 मार्च को विधानसभा में मूर्तिकार राम सुतार को राज्य का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘महाराष्ट्र भूषण’ देने की घोषणा की थी। इसके तहत 25 लाख रुपए और एक स्मृति चिह्न दिया गया। CM फडणवीस ने कहा, अपनी कला के बूते राम सुतार ने पूरी दुनिया में अलग पहचान बनाई। इस दौरान गौतमबुद्धनगर के भाजपा सांसद डॉक्टर महेश शर्मा भी साथ थे। महाराष्ट्र के धुले के रहने वाले थे राम सुतार राम सुतार के बेटे और मूर्तिकार अनिल सुतार ने कहा, पिता को घर आकर सम्मानित करने के लिए वह महाराष्ट्र सरकार के आभारी हैं। पिता राम सुतार ने इसी साल फरवरी में 100 साल की आयु पूरी की है। महाराष्ट्र के गोंडूर गांव में एक गरीब परिवार में 19 फरवरी 1925 को जन्मे राम सुतार ने अपना स्टूडियो नोएडा में ही बनाया है। वह वर्ष 1990 से यहीं रह रहे। पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्‍मानित राम सुतार ने कई ऐतिहासिक मूर्तियां और स्मारक बनाए। महात्‍मा गांधी की साढ़े तीन सौ से अधिक मूर्तियां उन्होंने गढ़ी हैं। अजंता-एलोरा की गुफाओं में कई प्राचीन मूर्तियों के जीर्णोद्धार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2018 में पद्म भूषण और 1999 में पद्म श्री से किए गए सम्मानित मूर्तिकार राम सुतार को पद्म भूषण (2018), पद्म श्री (1999) और टैगोर पुरस्कार (2018) से सम्मानित किया जा चुका है। राम सुतार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ( सरदार पटेल 182 मीटर गुजरात), महात्मा गांधी की प्रतिशत प्रतिमा (भारतीय सांसद सहित 450 शहरों में) और उसके अलावा काफी प्रसिद्ध मूर्तियां तैयार की हैं। मूर्तिकार राम सुतार धुले महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार महाराष्ट्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार महाराष्ट्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इस सम्मान के तहत स्मृति चिन्ह और 25 लाख रुपए नगद का पुरस्कार दिया जाता है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति के द्वारा इसका चयन किया जाता है। अब से पहले यह पुरस्कार लता मंगेशकर (1997), सचिन तेंदुलकर (2001), रतन टाटा (2006) और अशोक सराफ (2023) को मिल चुका है। ———————— ये खबर भी पढ़ें…. एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियां अब 60 की स्पीड में चलेंगी:योगी मथुरा हादसे के बाद सख्त; बोले-अफसर फील्ड में उतरें मथुरा हादसे के बाद सीएम योगी एक्शन में हैं। यूपी में एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की स्पीड लिमिट तय कर दी गई है। अभी तक एक्सप्रेस-वे पर बस और ट्रक ड्राइवरों को अधिकतम 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने की परमिशन थी। अब इसे घटाकर 60 किमी तक कर दी गई है। पढ़ें पूरी खबर…


https://ift.tt/JKdAhHG

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *