गोरखपुर के कैंट इलाके में सड़क पर मां के साथ सो रही 5 साल की बच्ची को एक युवक उठा ले गया था। धर्मशाला पुल के पास रेप की घटना को अंजाम दिया था। ऑपरेशन कनविक्शन के तहत पुलिस की तेज पैरवी से आरोपी को सजा दिलाई गई है। इस घटना के 18 महीने बाद सिविल कोर्ट ने बुधवार को महराजगंज के घुघली थाना क्षेत्र के बासपार ढेकही निवासी आरोपी शमशाद उर्फ राजा को 20 साल की सजा सुनाई है। साथ ही 25 हजार के अर्थदंड से दंडित किया है। फैसला सुनकर बच्ची की गूंगी मां के आंसू निकल आए। हाथ जोड़कर महिला ने सबकाे धन्यवाद कहा। इस घटना का पर्दाफाश करने में तत्कालिन कैंट थाना के इंस्पेक्टर क्राइम रविंद्र सिंह की अहम भूमिका थी। वर्तमान में वह प्रयागराज में डीवाईएसपी पद पर तैनात हैं। इंस्पेक्टर क्राइम ने इस घटना की विवेचना कर मजबूत साक्ष्य एकत्रित किए थे। जिससे कोर्ट में पीड़ित पक्ष को मजबूती से रखा गया। एडीजीसी राघवेंद्र राम त्रिपाठी और एडीजीसी अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने साक्ष्य के आधार पर पीड़ित का पक्ष कोर्ट के सामने रखा। जिसके आधार पर केवल 18 माह में कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए आरोपी को 20 साल की सजा सुनाई है। अब जानें पूरा मामला पुलिस के मुताबिक, 18 अप्रैल 2024 की देर रात करीब 2 से 4 के बीच की यह घटना है। धर्मशाला ओवरब्रिज के नीचे बिहार सिवान की महिला अपनी 5 साल की बेटी को पकड़ सोई थी। महिला दिन भर सड़कों पर घूमकर गुब्बार बेचती थी। देर रात साेते समय आरोपी शमशाद उर्फ राजा कहीं से आया। उसकी नजर मासूम बच्ची पर पड़ी। जिसे देखकर उसकी नीयत खराब हो गई। शमशाद ने महिला से लिपटकर सोई बच्ची को खींचकर उठा लिया। बच्ची को उठाकर ओवरब्रिज के दूसरे छोर पर लेकर गया। जहां पर सन्नाटा छाया रहता था। वहां पहुंचकर बच्ची के कपड़े उतारकर गलत हरकत करने लगा। जिसके बाद बच्ची चीखने चिल्लाने लगी। बच्ची का शोर सुनकर देर रात सड़क से गुजर रहे कुछ लोग ठहरकर इधर-उधर देखने लगे। तभी अंधेरे में बच्ची के साथ गलत हरकत करते हुए आरोपी पर राहगीरों की नजर गई। लोग आरोपी की तरफ बढ़े ही थे, वह बच्ची को उसी हाल में छोड़कर भाग गया। राहगीरों की सूचना पर पुलिस पहुंची। बच्ची को पुलिस जिला अस्पताल लेकर गई। जहां उसका मेडिकल कराया गया। गूंगी मां नहीं दे पा रही थी बयान बच्ची की मां के आने के बाद पुलिस की परेशानी और बढ़ गई। इस केस में जब पुलिस ने बच्ची की मां का बयान लेना चाहा, तब वह कुछ बोल नहीं पाई। बाद में पता चला कि बच्ची की मां गूंगी है। उसके पति की काफी पहले मौत हो चुकी है। इसके बाद बिहार से उसकी बहन को बुलाया गया। बहन ने तहरीर लिखवाकर कैंट पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से आरोपी की पहचान की। फिर महराजगंज से उसे गिरफ्तार कर जेल भेजवाया। जेल के अंदर जाने पर आरोपी छूटने के लिए काफी प्रयास किया। लेकिन पुलिस की पैरवी की वजह से उसे बेल नहीं मिली।
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