प्रयागराज में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा स्वदेशी मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह मेला 18 दिसंबर से 2 जनवरी 2026 तक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) परिसर में लगेगा। इसका उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों और हस्तशिल्प को बढ़ावा देना है। मेले का उद्घाटन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती करेंगे। स्वदेशी मेला अध्यक्ष डॉ. कृतिका अग्रवाल ने बताया कि मेले का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करना और देशभर के हस्तशिल्पियों, कारीगरों व उद्यमियों को एक सशक्त बाजार उपलब्ध कराना है। इसमें भारतीय निजी व सार्वजनिक क्षेत्र के छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों के साथ-साथ कुटीर उद्योग, ग्रामीण व लघु उद्योग, तकनीकी एवं विकास संस्थान, गैर सरकारी संगठन (एनजीओ), सेवा क्षेत्र और शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े लोग स्टॉल लगाएंगे। इस मेले में देश के विभिन्न प्रदेशों से 150 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे। प्रमुख आकर्षणों में जम्मू-कश्मीर के हस्तशिल्प, बनारसी साड़ियां, मुरादाबाद के पीतल के हस्तशिल्प और ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत प्रतापगढ़ के आंवला उत्पाद शामिल होंगे। आम जनता के लिए मेले में प्रवेश पूरी तरह निशुल्क रहेगा। मेले के दौरान स्वदेशी प्रतिभा खोज प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें बच्चे, महिलाएं और युवा सहित सभी आयु वर्ग के लोग भाग ले सकेंगे। 19 दिसंबर को वैदिक मंत्र एवं श्लोक वाचन, पूजा थाली सजावट और कलश सजावट प्रतियोगिताएं होंगी। 20 दिसंबर को रंगोली व मेहंदी, 21 दिसंबर को सुलेख और पुष्प सजावट, जबकि 22 दिसंबर को फेस पेंटिंग व चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 23 दिसंबर को ‘मेरा केक कैसा’ और सलाद सजावट, 24 दिसंबर को बेबी शो व पारंपरिक परिधान प्रतियोगिता होगी। इसके बाद 25 दिसंबर को एकल नृत्य, 26 दिसंबर को सामूहिक नृत्य, 27 दिसंबर को गायन व भारतीय वाद्य यंत्र और 28 दिसंबर को समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। सभी प्रतियोगिताओं में प्रवेश निशुल्क रहेगा। प्रत्येक प्रतियोगिता के प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
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