उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने बुधवार को चुनार-चोपन रेल खंड में चल रही दोहरीकरण परियोजना के विभिन्न निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। यह परियोजना लगभग 1423.96 करोड़ रुपए की लागत से पूरी की जा रही है। इसका उद्देश्य रेल खंड की लाइन क्षमता बढ़ाना, परिचालन में सुगमता लाना और यात्री तथा मालगाड़ियों के संचालन को अधिक प्रभावी बनाना है। निरीक्षण के दौरान, महाप्रबंधक ने ट्रैक निर्माण, अर्थकार्य, पुलों सहित अन्य संरचनात्मक कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता, संरक्षा और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने कहा कि परियोजना के पूर्ण होने से इस खंड पर ट्रेनों की आवाजाही सुचारु होगी और रेल यातायात में उल्लेखनीय सुधार आएगा। इस अवसर पर प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक शरद चंद्रायन, प्रमुख मुख्य इंजीनियर जे. के. चौरसिया, मुख्य इंजीनियर (निर्माण) एस. के. गुप्ता और मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। महाप्रबंधक ने चुनार स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रस्तावित नए फुट ओवर ब्रिज की लोकेशन और लेआउट पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। चुनार स्टेशन यार्ड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि यार्ड लेआउट में आवश्यक संशोधन इस प्रकार किए जाएं, जिससे डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) से आने वाली गाड़ियां सीधे चोपन की ओर चलाई जा सकें। इससे ट्रेनों की गति में सुधार होगा और अधिक संख्या में गाड़ियों का संचालन संभव हो सकेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र के औद्योगिक और यात्री परिवहन को नई गति मिलेगी। यह पूर्वांचल और दक्षिण भारत को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण रेल मार्ग की क्षमता में बड़ा इजाफा करेगा, जिससे यात्रा सुगम होगी।
https://ift.tt/SV6IctA
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply