गाजीपुर जिले में मनरेगा मजदूर संघ ने ग्रामीण बेरोजगारों को उनके अधिकारों से जोड़ने के लिए एक पहल की है। बुधवार को संघ ने गाजीपुर के सरजू पांडे पार्क में जिलाधिकारी को एक पत्रक सौंपा। इसमें बताया गया कि 21 जनवरी 2026 से एक व्यापक जागरूकता और सर्वेक्षण अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य मनरेगा के तहत 100 दिन के रोजगार के अधिकार समय पर काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता, मजदूरी दर, सामाजिक अंकेक्षण और पारदर्शिता जैसे महत्वपूर्ण प्रावधानों की जानकारी देना है। इसके अतिरिक्त, निष्क्रिय पड़े जॉब कार्ड धारकों को फिर से सक्रिय करने और नए पात्र ग्रामीणों के जॉब कार्ड आवेदन में भी सहायता प्रदान की जाएगी। संघ के अनुसार, जिले में मनरेगा के प्रति जागरूकता की कमी के कारण रोजगार की मांग में गिरावट आई है, जिससे ग्रामीण बेरोजगारों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति को सुधारने के लिए अभियान के तहत गांव-गांव जाकर श्रमिकों से संपर्क किया जाएगा। अभियान के दौरान रोजगार मांग पत्र भरवाए जाएंगे और जॉब कार्ड का नवीनीकरण कराया जाएगा। श्रमिकों को यह भी सूचित किया जाएगा कि यदि उन्हें 15 दिनों के भीतर रोजगार नहीं मिलता है, तो वे बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने के हकदार हैं। मनरेगा मजदूर संघ ने जिला प्रशासन से इस अभियान में सहयोग की अपील की है, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों को मनरेगा योजना का लाभ मिल सके। संघ का मानना है कि जागरूकता बढ़ने से रोजगार की मांग में वृद्धि होगी और मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों में पारदर्शिता व जवाबदेही भी मजबूत होगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें उनके वैधानिक अधिकार दिलाना है।
https://ift.tt/nE9JwcV
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply