वर्दी की कदर करते हैं, ध्यान रखना तुम… चिल्ला नहीं रहे है बता रहे है तुमको बता रहे हैं औकात में रहना अपनी तुम… यही सिखाया है यूपी पुलिस ने, झूठ मक्कारी कर रहा है, मिला हुआ है उन लोगों से… इससे बार–बार कह रहे कि उन लोगों को बुलाओ यहां पर, क्यों नही बुला रहा है। 12 बजे तक हमारे साथ थे और ये जाकर वहां सेटिंग कर रहा है। इसका नाम क्या है देखो जरा, ये कल ही से हमसे बोल रहा था। पूरी रात हम लोग परेशान रहे, तब उसका बाप नहीं दिखाई पड़ा। कोई सामने नहीं आया… यह कहना था भाजपा महिला मोर्चा की दक्षिण जिलाध्यक्ष अनीता त्रिपाठी का। अनीता नवाबगंज में 9वीं मंजिल से कूदे प्रखर त्रिपाठी की मामी है। पोस्टमार्टम के दौरान नवाबगंज पुलिस पंचायतनामा में मृतक के पिता समेत अन्य लोगों के साइन लेकर पहुंची तो उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। पुलिस पर लगाया मिलीभगत का आरोप उन्होंने थाने में तैनात सिपाही अमित कुमार को हड़काना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हम लोग सुबह सात बजे से पोस्टमार्टम में मौजूद है, और सिपाही दो घंटे से बेवकूफ बना रहा है। कहा कि कल रात में बच्चे की बॉडी देखी थी, उसका शव उधड़ा हुआ पड़ा था… वो मेरे बच्चे जैसा था। कल रात को हम लोग 12:30 बजे तक रुके थे, कोई पोस्टमार्टम हाउस नहीं आया। मैने सिपाही अमित कुमार से बच्चे के पिता और दादी, बाबा के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सब लोग इधर उधर हैं। मैने विरोध कि तो सिपाही ने कहा कि विवाद न हो इसलिए वो लोग नहीं आ रहे हैं। कहा-पुलिस ने बुलाने के बावजूद नहीं कराए साइन सिपाही ने कहा कि सुबह पांच लोग आकर थाने में साइन कर देना। सुबह जागेश्वर मंदिर चौकी इंचार्ज राहुल कुमार का फोन आया, हम लोग नवाबगंज थाने पहुंचे तो पता चला कि ये लोग पोस्टमार्टम हाउस आ गए, हम लोग दोबारा वापस आए तो पुलिसवाले नहीं मिले। मैं बार–बार कॉल कर रही तो, पुलिस वाले कह रहे कि दो मिनट में आ रहे। जब आए तो कागज कंप्लीट करके आए, इसका क्या मतलब है। कल देर रात हमारी बात हुई थी, पंचायतनामा में साइन करने के लिए हम लोगों को बुलाया था, तो फिर उनके साइन क्यों कराए। अगर साइन कराने थे तो दोनो पक्षों के कराने चाहिए थे। मां और नाना के साइन के बाद शुरू हुआ पीएम हम लोगों ने पूछा तो सिपाही ने कहा कि वो लोग चाय पी रहे है। भाजपा नेता ने सिपाही मृतक के परिजनों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। जिसके बाद चौकी प्रभारी राहुल कुमार ने पंचायतनामा पर मृतक की मां बोस्की और नाना डॉ आरएन त्रिपाठी ने साइन किए। जिसके बाद मृतक प्रखर के पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू हुई। प्रखर की मौत पर मां का पोस्टमार्टम हाउस में रो–रोकर बुरा हाल था। उन्होंने बिलखते हुए कहा कि मेरे बच्चे को पति ने मार डाला है। वह आखिरी बार दो नवंबर को बेटे से बात हुई थी, सुसरालीजनों के दबाव के कारण वह कुछ कह नहीं पाता था। मां बोली- पांच लोग घर में मौजूद तो बेटा कैसे कूदा उन्होंने सवाल उठाया कि घरवालों की मौजूदगी में बच्चा कैसे कूद गया, मुझे तो पता ही नही की कौन ट्यूशन टीचर उसे पढ़ाने आती थी। पति सुधांशु त्रिवेदी नशे के लती था, जब मैं उसे भेजने को कहती थी, तो वह टालमटोल कर देता था। आज आलम यह है कि मैं अपने बच्चे का पोस्टमार्टम करा रही हूं। मेरे साथ वह लोग मारपीट करते थे, जिस कारण मैं उनसे अलग हो गई थीं, वह लोग कहते थे प्रापर्टी मेरे नाम कर दो, सब सही हो जाएगा। मेरे बेटे से बात तक नहीं करने देते थे, मुझे उससे मिलने के लिए स्कूल जाना पड़ता था। बच्चा इतना डरा रहता था कि वह किसी से कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। नवाबगंज इंस्पेक्टर केशव तिवारी ने बताया कि मृतक की मां की ओर से पति समेत ससुरालीजनों के खिलाफ तहरीर मिली है, कार्रवाई की जा रही है।
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