बिहार के ऐतिहासिक नगर राजगीर में 19 से 25 दिसंबर तक आयोजित होने वाले राजगीर महोत्सव 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। सात दिवसीय इस महोत्सव में ग्राम श्री मेला, उद्यान मेला, व्यंजन मेला और पुस्तक मेला के साथ-साथ किसान मेला का भी आयोजन किया जाएगा। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों के आगमन की संभावना को देखते हुए इस बार कृषि प्रदर्शनी को विशेष रूप से आकर्षक और सूचनाप्रद बनाने पर जोर दिया जा रहा है। जैविक खेती को मिलेगी प्राथमिकता महोत्सव के पहले दो दिनों यानी 19 और 20 दिसंबर को जैविक मेला आयोजित किया जाएगा। इसमें जिले के जैविक खेती करने वाले किसानों की ओर से उत्कृष्ट जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी-सह-प्रतियोगिता का आयोजन होगा। विशेष रूप से आयोजित सेलर-बायर मीट में जैविक उत्पादों के क्रेताओं और विक्रेताओं के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का अवसर मिलेगा, जो किसानों के लिए बाजार संपर्क का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है। आधुनिक कृषि यंत्रों की भव्य प्रदर्शनी 21 और 22 दिसंबर को कृषि यांत्रीकरण मेला लगाया जाएगा, जिसमें आधुनिक कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी के लिए कुल 15 विभागीय स्टॉल लगाए जा रहे हैं। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इस साल फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेले का मुख्य आकर्षण मिनी ट्रैक्टर होगा, जो सेल्फी प्वाइंट के रूप में आगंतुकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। इसके अलावा विभिन्न कृषि यंत्रों पर मिलने वाली अनुदान राशि, फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उपयोगी यंत्रों और कृषि यंत्र बैंक स्थापना से संबंधित जानकारी बैनर के माध्यम से प्रदर्शित की जाएगी। इस बार की खास बात यह है कि नालंदा में ही निर्मित ट्री-सिफ्टर मशीन का प्रदर्शन किया जाएगा, जो स्थानीय उद्यमिता और तकनीकी विकास का प्रतीक है। किसान मेला और ज्ञान संवर्धन कार्यक्रम 23 और 24 दिसंबर को आत्मा नालंदा की ओर से विशेष किसान मेला का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत प्रतिदिन जिले के विभिन्न प्रखंडों से 200 किसानों को परिभ्रमण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मेले के दौरान प्रतिदिन विभिन्न विषयों पर किसान गोष्ठी, प्रशिक्षण कार्यक्रम और 25 दिसंबर को किसान-वैज्ञानिक वार्तालाप कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। ये कार्यक्रम किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों और वैज्ञानिक पद्धतियों से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बेहतर प्रदर्शनी के निर्देश समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार ने विभाग को निर्देश दिया कि इस साल राजगीर महोत्सव में कृषि प्रदर्शनी को पहले से भी अधिक बेहतर और प्रभावशाली तरीके से आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव न केवल पर्यटन का माध्यम है, बल्कि जिले के कृषि क्षेत्र की उपलब्धियों और संभावनाओं को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर भी है।
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