AISA यानी ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन की ओर से आज मंगलवार को निर्भया हत्याकांड की याद में विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास से बालसन चौराहा स्थित गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाला गया। वर्ष 2012 में हुआ दिल्ली गैंगरेप निर्भया रेप कांड के नाम से जाना जाता है। जिस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। पिछले साल पश्चिम बंगाल में हुई आरजीकर मेडिकल रेप केस से लेकर के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय बीएचयू रेप कांड जैसी तमाम बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई। इसके साथ ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय की महिला छात्रावास में लगाई गई बंदी को हटाने की मांग की गई। कार्यक्रम के दौरान ही महिला छात्रावासों की 2-3 वार्डन हॉस्टल के मेन गेट पर आकर लड़कियों को इकट्ठा होने से रोकती हैं और उनको कार्यक्रम में शामिल नहीं होने देती हैं। महिला हिंसा में लगातार हो रही वृद्धि मार्च की शुरुआत महिला छात्रावास पर एक संक्षिप्त सभा करके की गई जिसमें छात्र-छात्राओं ने कविता और गीतों की प्रस्तुति की। इसी दौरान आइसा प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड मनीष कुमार ने अपनी बात करते हुए कहा जो वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा मर्दवाद और पितृसत्ता को पोषित किया जा रहा है जिसके कारण देश में महिलाओं के खिलाफ लगातार हिंसा में बढ़ोत्तरी हो रही है और इस पर रोक लगाने की बजाय अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन आइसा इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष कॉमरेड सोनाली ने किया। उन्होंने कहा कि देश में फासीवादी सत्ता है और इसका सबसे बड़ा हमला महिलाओं पर ही है। कॉमरेड महुआ और कॉमरेड साक्षी ने गीत प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में पूजा, जैनब, आकांक्षा, अनन्या, आशीष, अविराम, श्वेतांक आदि ने कविताएं पढ़ीं। इस कार्यक्रम में भानु, विवेक, शशि भूषण, सुधीर, अमित, मानवेन्द्र, सुजीत, गोविंद , प्रदीप्त, रितेश, अभिनव, कुलदीप, रूपम, प्रतिमा, शिवानी, बंदना , शिल्पी, शुभम, पूजा साहनी, शिवांगी, विकास, अनुज, केतन, आर्यन आदि छात्र छात्राएं व शोधार्थी शामिल रहे
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