गयाजी के शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में बिहार के डिप्टी सीएम ने निजी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का उद्घाटन किया। मंच से उन्होंने आंकड़ों के जरिए पुरानी सरकारों पर निशाना साधा और नीतीश सरकार के कामकाज को जनता के सामने रखा। बिहार की तस्वीर बदली है डिप्टी सीएम ने साफ कहा कि 1925 से 1989 तक प्रदेश में जितने मेडिकल कॉलेज खुले, उसकी गिनती सबको पता है। लेकिन 1989 के बाद 2008 तक एक भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खुल सका। यह उस दौर की सच्चाई है, जब बिहार की सेहत व्यवस्था ठहराव में थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन में तस्वीर बदली है। सरकारी और निजी, दोनों सेक्टर में मेडिकल कॉलेज लगातार खुल रहे हैं। अगले तीन वर्षों में प्रदेश में 8 से अधिक नए मेडिकल कॉलेज होंगे। नीतीश सरकार में सड़कें सिर्फ बनी नहीं, विकास की रीढ़ बनी हैं। गांव से शहर तक कनेक्टिविटी सुधरी है। अगले पांच वर्षों में सरकार ऐसा काम करेगी कि बिहार का युवा रोजगार के लिए बाहर जाने को मजबूर नहीं होगा। महिलाओं की सुरक्षा पर फोकस गृह विभाग की जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए डिप्टी सीएम ने सख्त तेवर दिखाए। कहा कि माफिया और अपराधियों के लिए अब बिहार में कोई जगह नहीं है। सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों पर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई होगी। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी कड़ा संदेश दिया। कहा कि छेड़छाड़ करने वालों की जगह जेल है। 8 मेडिकल कॉलेज खुलेंगे वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी मंच से ऐलान किया कि आने वाले तीन साल में 3 सरकारी और 5 निजी मेडिकल कॉलेज शुरू होंगे। इससे बिहार की बड़ी आबादी को बेहतर इलाज मिलेगा। मरीजों को अब इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। प्राइवेट मेडिकल कालेज उद्घाटन समारोह के बहाने शेरघाटी से सरकार ने साफ कर दिया कि स्वास्थ्य, सड़क, सुरक्षा और रोजगार, चारों मोर्चे पर सियासी लड़ाई ताकत से लड़ी जाएगी।
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