हरियाणा के यमुनानगर में 7 दिसंबर को मिली महिला की सिर कटी लाश की मर्डर मिस्ट्री में रविवार को खुलासा होने के बाद लगातार रुह कंपाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। हिंदू प्रेमिका उमा (30) को ठिकाने लगाने के लिए 6 दिसंबर की शाम टैक्सी ड्राइवर बिलाल 6 घंटे बेचैन रहा। वो हिमाचल के पांवटा साहिब की तरफ किसी होटल में कमरा लेकर हत्या करना चाहता था। कमरा नहीं मिला तो एकांत जगह ढूंढता रहा। नहीं मिली तो कलेसर जंगल की तरफ आया। बिलाल यह हत्या जल्दी से जल्दी करना चाहता था, ताकि वो सुकून से अपने निकाह की तैयारियां कर सके। पुलिस जांच में सामने आया कि उमा को स्विफ्ट कार में बैठाकर वह कई घंटे सड़कों पर ही घुमाता रहा। उसे मौके की तलाश थी, जो उसे मिल नहीं पा रहा था। फिर उसने कलेसर नेशनल पार्क को इस वारदात के लिए चुना। मर्डर के बाद बिलाल यूपी के सहारनपुर अपने घर जाकर निकाह की शॉपिंग में ऐसे जुट गया, जैसे कुछ हुआ ही नहीं। पुलिस के सामने अब वो हथियार बरामद करने की चुनौती है, जिसके साथ बिलाल ने उमा का सिर काटा। यह हथियार बिलाल को सजा दिलाने में अहम सबूत बनेगा। अभी बिलाल 4 दिन के पुलिस रिमांड पर है। रविवार को उसकी निशानदेही पर हरियाणा-हिमाचल के बॉर्डर पर कलेसर जंगल में स्थित लालढांग की खाई से उमा का सिर बरामद हुआ है। सिलसिलेवार पढ़ें, पुलिस जांच में सामने आई आखिरी घंटों की कहानी… अब जानिए, कैसे दोनों में रिश्ता बना, जिसका अंजाम खौफनाक मौत बनी… पति से झगड़े के बाद अकेली रहती थी उमा
30 साल की उमा 08 साल के बेटे की मां है। दो साल पहले तक पति के साथ सहारनपुर के रमजानपुरा में रहती थी। पति से विवाद हुआ तो अकेले ही गंगोत्री कॉलोनी में रहने लगी। बेटा पिता के साथ रहता है, जो कभी-कभार मिलने आता था। करीब दो साल पहले उमा टैक्सी ड्राइवर बिलाल के संपर्क में आई। दोनों लिव इन रिलेशन में रहने लगे। उमा का खर्च बिलाल ही उठाता था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कहा कि इस रिश्ते के बारे में उसके परिजनों को नहीं पता था। पति दिव्यांग, पहले भी किसी के साथ रही थी उमा
पुलिस जांच में सामने आया कि उमा का पति हाथ से दिव्यांग है और पेंटर का काम करता है। पत्नी के चरित्र को लेकर दोनों में विवाद हुआ था। बताया जा रहा है कि उमा पहले भी किसी के साथ रिलेशनशिप में रही। रिश्ता लंबा नहीं चला और उसके बाद बिलाल के संपर्क में आई। परिजनों ने बिलाल के लिए रिश्ता ढूंढा
बिलाल चार भाई बहन हैं। परिवार उस पर शादी करने का दबाव बना रहा था और रिश्ता ढूंढ रहा था। उमा के चलते बिलाल परिवार को टालता रहता था। परिवार को दबाव में आकर वह रिश्ता करने को राजी हो गया। 13 दिसंबर को बिलाल की बहन की शादी होनी तय हुई और 14 दिसंबर को बिलाल की बारात जानी थी। हत्या से एक सप्ताह पहले निकाह को लेकर हुआ झगड़ा
यमुनानगर पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि हत्या के करीब एक सप्ताह पहले बिलाल और उमा के बीच शादी की बात को लेकर झगड़ा हुआ। तभी से बिलाल ने उमा को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया था। जैसे-जैसे बिलाल की शादी का तारीख नजदीक आ रही थी, उमा को लेकर उसकी टेंशन भी लगातार बढ़ रही थी। अब जानिए, कैसे बिलाल तक पहुंची पुलिस… 10 साल पहले उमा ने की थी लव मैरिज, फिर अलग रहने लगी
यमुनानगर एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि उमा पहले से शादीशुदा थी। करीब 10 साल पहले घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर उसने उसने लव मैरिज की थी। इस शादी से उसे एक बेटा भी था, लेकिन करीब दो साल पहले वह अपने पति से अलग हो गई। उसका बेटा उसके पति के साथ रह गया और वह सहारनपुर में रहने लगी। लव मैरिज के चलते उमा के परिजनों ने भी उससे रिश्ता तोड़ दिया था। ऐसे में उमा बिलाल के संपर्क में आई और दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गई। दोनों लिव-इन में रहने लगे। दो साल बाद इस अंतरजातीय प्रेम कहानी का अंत इतना खौफनाक होगा इसका अंदाजा उमा को कतई नहीं था।
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