भास्कर न्यूज | शिवाजीनगर शिवाजीनगर थाना जिसे वर्ष 2024 में ओपी से पूर्ण थाना का दर्जा मिला था, आज भी अपनी सबसे महत्वपूर्ण आपातकालीन सेवा डायल 112 गश्ती गाड़ी से वंचित है। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी थाना क्षेत्र में इस सुविधा का शुरू न होना स्थानीय लोगों के लिए गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। करीब 10 पंचायतों को अपने अधिकार क्षेत्र में समेटे इस थाने में लगभग 1.50 लाख से अधिक की आबादी निवास करती है। इतने बड़े भू भाग और जनसंख्या वाले इलाके में आपातकालीन सेवा का अभाव किसी भी अनहोनी की स्थिति में बड़ी समस्या खड़ी कर देता है। फिलहाल थाना प्रशासन अपने स्तर से उपलब्ध गाड़ी के माध्यम से डायल-112 की तरह आकस्मिक सहायता देने की कोशिश जरूर कर रहा है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण यह प्रयास पर्याप्त नहीं माना जा रहा। थाना को पूर्ण दर्जा मिलने के बाद स्थानीय निवासियों ने उम्मीद जताई थी कि अब डायल 112 सेवा सुचारू रूप से शुरू होगी, जिससे घटनास्थल तक पुलिस जल्दी पहुंचेगी और कानून-व्यवस्था मजबूत होगी। परंतु दो वर्ष बाद भी स्थिति जस की तस होने से लोगों में निराशा साफ देखी जा रही है। ग्रामीण बताते हैं कि कई बार आपातकालीन घटनाओं की सूचना देने के बावजूद पुलिस के मौके पर पहुंचने में देरी होती है। ऐसे में डायल-112 गाड़ी की अनुपस्थिति सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा बनती जा रही है। बुनियादी ढांचे की कमी उजागर, पुलिस आधुनिकीकरण के दावे खोखले राज्य सरकार द्वारा पुलिस आधुनिकीकरण और त्वरित कार्रवाई तंत्र को मजबूत करने की बात तो की जाती है, लेकिन शिवाजीनगर की स्थिति इन दावों पर सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हर थाना क्षेत्र तक आवश्यक संसाधन नहीं पहुँचते, तब तक किसी भी योजना का लाभ आम जनता तक नहीं पहुँच पाएगा। डायल 112 सेवा न केवल अपराध पर अंकुश लगाने में सहायक होती है, बल्कि किसी भी आपदा या आपात स्थिति में यह लोगों के लिए जीवनरक्षक साबित होती है। यही वजह है कि ग्रामीण इस सुविधा के अभाव को बड़ा प्रशासनिक मुद्दा मानते हैं। लोगों का साफ कहना है डायल 112 सेवा मिलने से पुलिस सहायता पाने में काफी सहूलियत होती है, और यह हर नागरिक का अधिकार है। प्रशासन को चाहिए कि शिवाजीनगर में इस सुविधा को प्राथमिकता के आधार पर शुरू करे। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मांग की है कि शिवाजीनगर की जनसंख्या और भौगोलिक विस्तार को देखते हुए डायल 112 सेवा तत्काल प्रभाव से शुरू कराई जाए। उनका कहना है कि इस सुविधा के मिल जाने से पुलिस को त्वरित कार्रवाई में मदद मिलेगी और क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। स्थानीय लोगों ने यह भी स्पष्ट किया कि आधुनिक पुलिसिंग के दौर में डायल 112 गाड़ी की उपलब्धता बेहद जरूरी है। यह सेवा न केवल पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया को सुनिश्चित करती है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा का भरोसा भी कायम करती है। शिवाजीनगर थाना क्षेत्र की जनता को उम्मीद है कि जिला प्रशासन इस गंभीर मसले पर ध्यान देगा और जल्द से जल्द डायल 112 सेवा को यहां शुरू करवाएगा। उनका कहना है कि जिस सुविधा का लाभ शहरों और बड़े थानों में उपलब्ध है, वह शिवाजीनगर जैसी बड़ी आबादी वाले इलाके से नहीं छूटना चाहिए।
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