नोएडा एटीएफ ने साल्वर गैंग के 11 लोगों को पकड़ा:सीजीएस परीक्षा में मिला इनपुट, हैंडीकेप्ड कैंडिडेट को देते लेखक, 2 लाख लेकर साल्वर को मिलते थे 10 हजार

नोएडा एसटीएफ यूनिट ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर परीक्षा दिलाने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित सीजीएस परीक्षा 2025 में फिजीकल हैंडीकैप्ड कैंडिडेटों को सब्सक्राइबर (लेखक) उपलब्ध कराकर नकल कराने व फर्जी पीएच प्रमाण पत्र के आधार पर परीक्षा दिलाने का काम कर रहे थे। इनके पास से 16 फर्जी पीएच मेडिकल प्रमाण पत्र, 13 मोबाइल और 3 निर्वाचन कार्ड, 14 लाख 75 हजार रुपए नकद और अन्य सामान बरामद हुआ है। इनके नाम सागर पांडे यही गैंग का लीडर है। इसके अलावा विराट कुमार, दुर्गेश कुमार, जय प्रकाश मौर्या , चेतन शर्मा , बसंती लाल कुमावत, रोहित कुमार सिंह, नरेंद्र सिंह, अमित कुमार, सरवन कुमार और शरद यादव है। इन सभी के अपने परीक्षा के दौरान अपने-अपने रोल है। एसीटीएफ ने बताया कि पकड़ा गया चेतन शर्मा और बसंती लाल सब्सक्राइबर और साल्वर है। ये बीटेक तक पढ़े है। रोहित और नरेंद्र आदर्श परीक्षा केंद्र का सेंटर हेड और इनोवेटिव व्यू कंपनी का कर्मचारी है। अमित कुमार फर्जी पीएच प्रमाण पत्र पर परीक्षा देने वाला। नोएडा टीम को मिला इनपुट
12 सितंबर से 26 सितंबर तक कर्मचारी चयन आयोग द्वारा कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) टीयर-1 परीक्षा कराई जा रही है। 19 सितंबर को एसटीएफ की एक टीम नोएडा में थी। इस दौरान जानकारी मिली कि आदर्श परीक्षा केंद्र थाना फेज-2 नोएडा में सीजीएल परीक्षा चल रही है। यहां पीएच कैंडिडेट को गैर कानूनी तरीके से लेखक उपलब्ध कराया जा रहा है। बता दे परीक्षा ग्रेजुएट लेवल की है। जिसमें निमयानुसार कमीशन द्वारा पीएच कैंडिडेट को लेखल दिया जाता है। विशेष परिस्थितियों में वे स्वयं भी लेखक ले सकते है। लेकिन लेखक का लेवल परीक्षार्थी से एक लेवल नीचे का हो सकता है। जबकि यहां बीटेक व इससे ज्यादा पढ़े लिखे लेखकों को अनधिकृत तरीके से परीक्षा केंद्र में प्रवेश कराकर कैंडिडेट के साथ बैठाकर प्रश्नपत्र हल कराया जा रहा था। कैंडिडेट से लेते थे दो लाख
गैंग के लोग इसके बदले में कैंडिडेट से दो लाख तक वसूल कर रहे है। जिसमें परीक्षा केंद्र पर मौजूद कर्मचारियों का हिस्सा भी है। यहीं नहीं मौके पर जब एसटीएफ की टीम ने दबिश दी तो परीक्षा केंद्र के दूसरे तर पर गैंग का सरगना सागर पांडे भी मौजूद था। एसटीएफ ने यहां से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर अन्य आठ और लोगों को गिरफ्तार किया गया। ऐसे परीक्षा केंद्र पर पहुंचता था लेखक
एसटीफ की पूछताछ में सरगना ने बताया कि उसका गिरोह ऑनलाइन या ऑफ लाइन परीक्षा केंद्रों के कर्मचारियों व प्रतियोगी परीक्षा संचालित कराने वाले संस्था के कर्मचारियों के साथ मिलकर परीक्षा में अनधिकृत साल्वर प्रवेश करवाता है। उसने बताया कि 12 सितंबर से सीजीएल की ऑनलाइन परीक्षा आदर्श परीक्षा केंद्र सेक्टर-8 में चल रही है। इस परीक्षा को ईडूक्यूटी नाम की संस्था द्वारा कराया जा रहा है। परीक्षा केंद्र से संबंधित इंफ्रा इनोवेटिव व्यू प्राइवेट लिमिटेड कंपनी दे रही है। इस कंपनी के कर्मचारी रोहित और नरेंद्र से सांठगांठ करके कैंडिडेट के लिए साल्वर उपलब्ध कराया गया था। रोहित परीक्षा केंद्र का सेंटर हेड है। और नरेंद्र असिस्टेंट मैनेजर है। इनकी मदद से साल्वर को प्रवेश दिलाया गया। 10 हजार में आता है साल्वर
साल्वर ज्यादातर बीटेक, एमएससी और बीएससी पास युवक होते है। जिनको एक घंटे की परीक्षा का 10 हजार रुपए दिए जाते है। कैंडिडेट से साल्वर उपलब्ध कराने के नाम पर दो लाख रुपए लिए जाते है। यही नहीं फर्जी हैंडीकैप्ड प्रमाण पत्र तैयार करके भी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाते है। इसके लिए 50 हजार रुपए में डील होती है।

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर