नालंदा जिले में 14 से 18 दिसंबर तक चलने वाले पल्स पोलियो अभियान के तहत पांच वर्ष तक के पांच लाख दो हजार 688 बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने की व्यापक तैयारी पूरी कर ली गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए जिले भर में 1,731 टीमें तैनात की हैं, जो छह लाख से अधिक घरों तक पहुंचेंगी। जागरूकता के लिए निकाली जाएगी रैली अभियान की शुरुआत से एक दिन पहले 13 दिसंबर को सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकाली जाएगी। इस रैली का उद्देश्य अभिभावकों को अपने पांच साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए प्रेरित करना है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस रैली में शामिल होकर लोगों से अपील करेंगे कि वे इस राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में सहयोग करें। घर-घर पहुंचेगी टीम, सार्वजनिक स्थानों पर भी होगी तैनाती जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र चौधरी ने बताया कि इस अभियान के लिए विस्तृत माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। दो सदस्यीय 1,480 टीमें घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक देंगी। इसके अलावा 185 ट्रांजिट टीम, 21 मोबाइल टीम और 45 वन मैन टीम भी इस मुहिम में जुटाई गई हैं। टीमें जिले के कुल 6,24,863 घरों तक पहुंचेंगी और वहां रहने वाले या आने-जाने वाले शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो ड्रॉप की खुराक देंगी। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मेला स्थल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी विशेष टीमें तैनात की जाएंगी ताकि कोई भी बच्चा इस अभियान से वंचित न रह जाए। 550 सुपरवाइजर करेंगे निगरानी अभियान की निगरानी के लिए 550 सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। प्रखंड स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी इस अभियान की देखरेख करेंगे। डॉ. चौधरी ने बताया कि इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ एनजीओ और बाहरी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है। दवा वितरण के लिए 128 डिपो पोलियो ड्रॉप के सुचारू वितरण के लिए जिले भर में 128 डिपो स्थापित किए गए हैं। इन डिपो से टीमों को समय पर दवा की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कोल्ड चेन व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। पोलियो उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम भारत को 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया गया था, लेकिन इस बीमारी की वापसी को रोकने के लिए नियमित टीकाकरण अभियान जरूरी है। पल्स पोलियो अभियान देश भर में समय-समय पर चलाया जाता है ताकि बच्चों में इस गंभीर बीमारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को पोलियो ड्रॉप अवश्य पिलाएं और इस राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान में सहयोग करें। विभाग ने आश्वासन दिया है कि पोलियो की दवा पूर्णतया सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
https://ift.tt/fFtKIp5
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply