गोगरी प्रखंड के धनखेता उपस्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की कमी और जर्जर भवन के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह केंद्र केवल सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) के भरोसे संचालित हो रहा है, जिससे इलाज के लिए मरीजों को गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल जाना पड़ता है। सीएचओ मिली कुमारी ने बताया कि उन्होंने गोगरी अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र प्रकाश और खगड़िया सिविल सर्जन को कई बार स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति के लिए सूचित किया है। हालांकि, अब तक कोई स्थायी डॉक्टर उपलब्ध नहीं है। महीने में केवल एक बार जिले से कोई डॉक्टर यहां आता है। चिकित्सा पदाधिकारी ने दिया भरोसा गोगरी अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र प्रकाश ने आश्वासन दिया है कि स्वास्थ्य विभाग को उपस्वास्थ्य केंद्र के लिए स्थायी डॉक्टर की बहाली हेतु लिखित प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने जल्द ही यहां स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति का भरोसा दिलाया। केंद्र में कार्यरत एएनएम ने गुरुवार दोपहर बताया कि अस्पताल का भवन बेहद जर्जर स्थिति में है। खिड़कियां और गेट टूटे हुए हैं, जिससे चोरी का खतरा बना रहता है।
अस्पताल भवन को मरम्मत कराने की मांग स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से अस्पताल भवन की तत्काल मरम्मत कराने और डॉक्टरों की स्थायी नियुक्ति करने की मांग की है। हालांकि, केंद्र में नियमित टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त, एएनएम द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को परिवार नियोजन के महत्व और नसबंदी कराने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।
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