रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए गोंडा सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह को आज एंटी करप्शन टीम देवीपाटन मंडल द्वारा गोरखपुर जेल भेज दिया गया है। गोरखपुर जेल ले जाते समय रास्ते भर शशिकांत सिंह एंटी करप्शन टीम के सामने गिड़गिड़ाता हुआ नजर आया है। बार-बार टीम के लोगों से कह रहा था कि मुझे छोड़ दीजिए मेरी कोई गलती नहीं है मुझे फसाया गया है गोरखपुर जेल ले जाकर की टीम ने जेल भेज दिया है। कल 5000 की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था उनके खिलाफ गोंडा के देहात कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह को आज गोरखपुर जेल भेज दिया गया। एंटी करप्शन टीम उन्हें गोरखपुर जेल लेकर गई। यह रिश्वत बहराइच निवासी संदीप पांडेय के पिता अंगद प्रताप पांडेय की ₹50,102 की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान के लिए मांगी गई थी। शशिकांत सिंह ने इस भुगतान के लिए ₹5000 की रिश्वत की मांग की थी। 3 तस्वीरें देखिए… रिश्वत न देने पर संदीप पांडेय को कई बार वापस कर दिया गया था, जिससे उन्हें इलाज में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। परेशान होकर संदीप पांडेय ने इसकी शिकायत की थी। जेल भेजने से पहले एंटी करप्शन टीम ने वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह और पीड़ित संदीप पांडेय दोनों से आमने-सामने बैठाकर इस पूरे मामले पर पूछताछ की। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। गोंडा एंटी करप्शन टीम प्रभारी राज किशोर यादव ने बताया कि संदीप पांडेय की शिकायत पर कल शशिकांत सिंह को गिरफ्तार किया गया था। इस पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है। उन्होंने बताया कि सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगने पर लोगों को आगे आकर शिकायत करनी चाहिए, ताकि ऐसे मामलों में कार्रवाई की जा सके।
https://ift.tt/Ez4ZmnJ
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply