महोबा की चरखारी तहसील के खरेला कस्बे में स्थित श्रीगोकुल प्रसाद बालिका इंटर कॉलेज की कक्षा-12 की 12 से अधिक छात्राएं बुधवार को डीएम से मिलीं। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों पर शिक्षा में लापरवाही, अभद्रता और धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए। छात्राओं ने बताया कि पिछले पांच महीनों से शिक्षा में हो रही लापरवाही की शिकायतें करने के बावजूद विद्यालय प्रबंधन और शिक्षक उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। शिकायत करने पर उन्हें धमकाया जाता है। नैनसी शिवहरे, तपस्या सोनी, जान्हवी राईन, सिमरन राईन, मिनी यादव, अंतरा गुप्ता, शशि, राधा, क्रांति, संस्कृति सिंह, मानसी सिंह, कामिनी सिंह, राशि सेन, जयवती, तमन्ना सहित अन्य छात्राओं ने आरोप लगाया कि शिक्षक न तो ठीक से पढ़ाते हैं, न ही छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं। कई शिक्षक अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। विरोध करने पर प्रैक्टिकल नंबर काटने, परीक्षा से वंचित करने और फेल करने जैसी धमकियां दी जाती हैं। छात्राओं ने यह भी बताया कि विद्यालय में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं है। बरसात के दिनों में नल में नाली का गंदा पानी आता है और उन्हें मजबूरन वही पीना पड़ता है। इसके अलावा, उनसे हर महीने 200 अतिरिक्त वसूले जाते हैं। जबकि सरकारी फीस केवल 25 रुपए है। यह अवैध वसूली वर्षों से जारी है। छात्राओं के अनुसार विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं। जो शिक्षक हैं, वे पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं। केमिस्ट्री पढ़ाने वाली शिक्षिका स्वयं बीएससी कर रही हैं और विषय का पर्याप्त ज्ञान नहीं रखतीं। संस्कृति सिंह सहित अन्य छात्राओं ने कहा कि कई शिक्षक बिना अनुमोदन के पढ़ा रहे हैं और कई विषयों के अध्यापक ही नहीं हैं। लैब की स्थिति भी बेहद खराब है, जहां बाहरी लोग सोते हैं, जिससे छात्राएं भय महसूस करती हैं। छात्राओं का कहना है कि जुलाई से लगातार शिकायत करने के बाद भी विद्यालय प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया। प्रिंसिपल और प्रबंधक शिकायतों को टाल देते हैं। दो महीने बाद परीक्षाएं हैं, लेकिन पढ़ाई न होने के कारण वे पूरी तरह असहाय हैं। छात्राओं ने जिलाधिकारी से विद्यालय की पूरी जांच कराने, प्रबंधन और दोषी शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने तथा शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग की है।
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