शेखपुरा के रामाधीन महाविद्यालय में विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सामाजिक संवेदनशीलता विकसित करना था। ‘मानवाधिकार: अधिकार, कर्तव्य और सामाजिक जिम्मेदारी’ विषय पर छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किए, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मूल्यांकन के बाद परिणामों की घोषणा की गई निर्णायक मंडल के मूल्यांकन के बाद परिणामों की घोषणा की गई। बीएससी सेमेस्टर 1 की उजमा सुमैया ने प्रथम स्थान, बीएससी सेमेस्टर 1 की सृष्टि कुमारी ने द्वितीय स्थान और बीए सेमेस्टर 2 के संतोष कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। समारोह में प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया विजेताओं को एक समारोह में प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. नवलता ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों को मानवाधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करती हैं। ‘मानवाधिकारों की समझ आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता’ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) मो. शहाब उद्दीन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकारों की समझ आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों द्वारा प्रस्तुत विचारों की गंभीरता और संवेदनशीलता की सराहना की और ऐसे आयोजनों को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण बताया। संचालन एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा किया गया कार्यक्रम का सफल संचालन एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. दिवाकर कुमार, डॉ. अनुपम किशोर, डॉ. ऋतुराज दुबे, भीम कुमार, गौरव कुमार और विकास कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अंत में सभी प्रतिभागियों, निर्णायक मंडल और आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
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