DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

यौन शोषण के आरोप के बाद कथावाचक अंडरग्राउंड:सपोर्ट में मठ के महामंडलेश्वर; नाबालिग बोली- मंदिर में शादी की, कई बार संबंध बनाए

‘श्रवण दास महाराज मेरे बेटे के सामान हैं। श्रवण 8 साल की उम्र से मेरे पास हैं और आज 31 साल के हो गए। कथा, पंडिताई और वेद-शास्त्र सब मैंने सिखाया है। मैंने सैकड़ों शिष्यों को तैयार किया है, लेकिन श्रवण जैसा तेज-समर्पण कम ही देखने को मिलता है। उनके आचरण में कमी नहीं देखी गई। मिथिलांचल के लगभग 200 गांवों में श्रवण ने कथा कही है। किसी स्थान से शिकायत नहीं आई। मेरा लड़की से आग्रह है कि, सीता के आदर्श को अपनाए। किसी को बदनाम करने से समाज-सनातन दोनों कमजोर होते हैं।’ कथावाचक श्रवण दास पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद गुरु पचाढ़ी मठ के महामंडलेश्वर राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा अपने शिष्य के समर्थन में उतरे हैं। बिना पुलिस जांच और पड़ताल के बाबा ने 17 साल लड़की के आरोपों को झूठा और शिष्य को सच्चा-बेगुनाह बताया। फिलहाल श्रवण दास महाराज अंडरग्राउंड हैं। कथावाचक कौन हैं ?, उनका बैकग्राउंड क्या है ? ये जानने के लिए भास्कर रिपोर्टर महाराज पचाढ़ी छावनी पहुंचे, लोगों ने उनके बारे क्या कहा, पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट… 10 साल से कथावाचन कर रहे हैं महाराज छावनी में साधु-संतों ने बताया कि ‘8 साल की उम्र में श्रवण दास अपने परिवार को छोड़ मौनी बाबा के पास आ गए थे। पीएचडी तक पढ़ाई-लिखाई की। 10 साल से वे कथावाचन कर रहे हैं। शुरुआत छोटे कार्यक्रमों से हुई थी। सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण से उनकी लोकप्रियता बढ़ी। कई लोग घर बैठे उनकी कथा सुनते हैं। श्रवण दास महाराज का सबसे हालिया कथा कार्यक्रम केवटी प्रखंड की कर्जापट्टी पंचायत में हुआ था। यह आयोजन पंचायत के पूर्व मुखिया ने कराया था। भास्कर टीम ने पूर्व मुखिया से भी बात की। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम 7 दिनों तक चला था। श्रोताओं का कहना है कि श्रवण दास महाराज के पास ग्रैंड विटारा कार है, उसी से वे गांव-शहर में कथावाचन के लिए जाते हैं। महाराज के लिए लोग क्या बोले ये जानने से पहले पढ़िए और देखिए नाबालिग के आरोप, शादी के सबूत नाबालिग लड़की (17) ने कथावाचक श्रवण दास महाराज पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया है। लड़की ने ये भी कहा कि, प्रेग्नेंट होने पर उसका अबॉर्शन कराया गया। प्रमाण के तौर पर लड़की ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कथावाचक मांग में सिंदूर भरते दिखाई दे रहे हैं। दोनों फूलों की माला पहने हैं। शादी की तस्वीरें देखिए… जानिए शादी का वीडियो सामने आने के बाद महाराज के शिष्य और समर्थक क्या कह रहे हैं… नाबालिग को शर्म आनी चाहिए शिष्य रोहित कुमार झा बताते हैं कि ‘मैं 15 साल से महाराज के साथ हूं। कथा कार्यक्रमों में शामिल होता हूं और आश्रम में रहता हूं। महाराज जी हमारे गुरु देव हैं। उनका स्वभाव अत्यंत सरल और विनम्र है। उनकी सरलता का जितना वर्णन किया जाए, उतना कम है। लोग उसी सरलता का गलत फायदा उठाते हैं। श्रवण दास महाराज का प्रवचन सुनने के लिए हजारों लोग उमड़ते हैं। मिथिला में ऐसा कथावाचक मिलना मुश्किल है। महाराज जी के साथ वर्षों रहने के बावजूद मैंने कभी कोई अनुचित व्यवहार नहीं देखा। नाबालिग लड़की को नसीहत देता हूं कि इतने अच्छे कथावाचक को बदनाम ना करे, आपको शर्म आनी चाहिए।’ लड़की गलत प्रचार कर रही है श्रोता और समर्थक बबलू कुमार चौधरी बताते हैं कि ‘मैं साल 2021 से लगातार श्रवण दास जी से जुड़ा हूं। अब तक कई बार गांव में कथा भी करा चुका हूं। 2025 में आयोजन नहीं हो सका, लेकिन 2026 के अप्रैल में महाराज जी की कथा प्रस्तावित है। वे प्रभावशाली कथा कहते हैं। धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। आज तक हमने उनसे किसी प्रकार की अनुचित बात या व्यवहार नहीं देखा। महाराज जी के हजारों अनुयायी हैं और उनके गांव में भी सैकड़ों लोग उनकी कथा सुनने वाले हैं। महाराज जी के बारे में हर कोई अच्छी बातें ही बताएगा। उन पर लगे आरोप पूरी तरह गलत और बेबुनियाद हैं। साधु-संतों और कथावाचकों पर इस तरह के आरोप लगाना गलत है।’ बबलू चौधरी ने बताया कि ‘नाबालिग ने वॉट्सऐप पर शादी-विवाह के फोटो भेजे थे, जिनका वह प्रचार कर रही है। यह सब महाराज जी को फंसाने की कोशिश है। वीडियो जारी होने के बाद से उनके श्रोता और भक्त बहुत परेशान हैं। सैकड़ों लोग फोन कर हाल-चाल पूछ रहे हैं। कई घरों में तो आज खाना तक नहीं बना। रात भर लोग चिंतित रहे।’ मेरी बेटी भी उनके साथ रहती, कभी ऐसी शिकायत नहीं सुनी केवटी प्रखंड के कर्जापट्टी पंचायत के पूर्व मुखिया किशोर कुमार झा ने भी आरोपों को गलत बताया। 26 नवंबर से 2 दिसंबर तक उनके यहां भागवत कथा कार्यक्रम आयोजित था। 7 दिन गांव के लोगों ने श्रवण दास का व्यवहार बहुत करीब से देखा। वे अद्भुत कथा कहते हैं। महिलाओं को हमेशा माता-बहन के रूप में सम्मान देते हैं। उनके आचरण में हमें कभी कोई खोट नहीं दिखी। श्रवण दास जी ने सलाह दी थी कि अगर आपके पिता वैष्णव थे, तो आपको भी नॉनवेज से दूर रहकर श्रद्धांजलि देनी चाहिए। उनकी बातों से प्रभावित होकर मैंने सार्वजनिक रूप से घोषणा की कि मैं नॉनवेज नहीं खाऊंगा। लगभग 500 लोग कार्यक्रम में उपस्थित थे। हमारी बेटी भी कथा के दौरान उनके पास रहती थी, लेकिन उन्होंने सभी को अपनी बहन-बेटी की तरह सम्मान दिया। उनके ऊपर व्यक्तिगत स्तर पर लगाए जा रहे आरोप हमें सही नहीं लगते। उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई शिकायत है, तो मामला प्रशासन और कानून के सामने है और भारत का संविधान सबके लिए न्याय सुनिश्चित करता है। ईर्ष्या की भावना से अफवाहें फैलाई जा रही है श्रोता नीलम झा ने कहा कि ‘उन्हें बचपन से जानती हूं और भाई-बहन की तरह संबंध रहे हैं। बचपन से लेकर आज तक मैं श्रवण दास जी को एक सरल, शांत और मर्यादित व्यक्ति के रूप में ही देखती आई हूं। मिथिला में जितने भी कथा वाचक हैं, उनमें श्रवण दास जी महाराज सबसे प्रसिद्ध और आस्था के केंद्र हैं। लाखों-करोड़ों श्रोता उनके कथा वाचन के भक्त हैं। जिस तरह का आरोप उस लड़की ने लगाया है, वैसा बिल्कुल भी उनका स्वभाव नहीं है। वह अत्यंत सरल, सहज और धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं, जो किसी को भी प्रेम और श्रद्धा से अपना भक्त बना लेते हैं। श्रवण दास जी श्रीमद्भागवत कथा, श्रीराम कथा और मां भगवती की कथा अत्यंत भक्ति भाव से कहते हैं और उनकी लोकप्रियता और बढ़ती प्रतिष्ठा से कुछ लोग ईर्ष्या की भावना से अफवाहें फैलाने में लगे हुए हैं।’ समझौता होना चाहिए पचाढ़ी मठ के महामंडलेश्वर राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा ने कहा कि ‘हिंदू सनातन धर्म आज गंभीर खतरे में है। साधु-संतों पर मनमाने आरोप लगाना बहुत आसान हो गया है, जो समाज के लिए चिंताजनक है। मैं मिथिला की परंपरा, विशेषकर माता सीता की जन्मस्थली से जुड़ा हूं। उदाहरण देते हुए कहा कि सीता माता को रावण उठाकर ले गया, फिर भी उन्होंने अपना सम्मान बचाया। जो व्यक्ति स्वयं अपने सम्मान की रक्षा करता है, वही इज्जतदार कहलाता है। समाज में 2 प्रकार के चरित्र होते हैं सीता और सूर्पनखा। हमें तय करना होगा कि किसका अनुसरण करना है। समाज और धर्म की सुरक्षा ध्यान में रखते हुए दोनों पक्षों को बैठकर समझौते की दिशा में प्रयास करना चाहिए। हम लोग चाहते हैं कि सामाजिक स्तर पर मामला सुलझ जाए। यदि समाज या कानून किसी को दोषी मानता है, तो उसका पालन करेंगे।’ महाराज ने फेसबुक लाइव पर आकर दी थी सफाई… मुझे बदनाम करना चाहती हैं लड़की के आरोप के बाद कथावाचक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर 11 मिनट 52 सेकेंड का वीडियो जारी कर आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। भावुक होते हुए कहा कि ‘मैं जहां भी हूं, सुरक्षित हूं। आरोप पूरी तरह से निराधार है। पिछले 2 साल से मां और बेटी मेरे पीछे पड़ी हुई है। मुझे बदनाम कर रही है। मैं जहां-जहां कथा करने जाता हूं, वहां मां-बेटी पहुंच जाती है। मेरे बारे में गलत बातें फैलाती हैं।’ श्रवण दास ने साफ कहा कि, ‘अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए किसी अन्य व्यक्ति को दोषी न ठहराया जाए। मौनी बाबा को मेरी वजह से कोई परेशान न करें। मैं अपने जीवन को नए ढंग से जीने का प्रयास कर रहा हूं। मैं आत्महत्या नहीं करूंगा। मानसिक रूप से बेहद परेशान हूं। आत्महत्या जैसे कदम नहीं उठाएंगे, क्योंकि यह पाप है। पिछले दो साल से मानसिक यातना झेल रहा हूं। मुझे लग रहा है कि चारों ओर से रास्ता बंद हो गया है। अगर समाज के सामने मेरी गलती प्रमाणित हो जाती है, तो मैं स्वीकार कर लूंगा।’ नाबालिग ने क्या था… आवेदन मिलने पर कार्रवाई होगी वहीं, इस संबंध में प्रभारी महिला थानाध्यक्ष मधुबाला ने कहा कि, ‘लिखित आवेदन मिलने के बाद जांच और कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। अभी तक औपचारिक आवेदन नहीं मिला है।’


https://ift.tt/dMkZnIf

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *