कौशाम्बी के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में रैगिंग के एक गंभीर मामले में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। कॉलेज ने द्वितीय वर्ष के 97 छात्रों को एक माह के लिए निलंबित कर दिया है और प्रत्येक पर ₹5000 का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई एंटी रैगिंग सेल, नई दिल्ली से 30 नवंबर 2025 को मिली शिकायत के बाद की गई। कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने मामले की व्यापक जांच की। जांच में पुष्टि हुई कि द्वितीय वर्ष के छात्रों ने प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ रैगिंग की थी, जिसे नियमों का खुला उल्लंघन माना गया। जांच रिपोर्ट और मामले की गंभीरता को देखते हुए, कॉलेज प्रशासन ने बिना किसी देरी के यह कदम उठाया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि चिकित्सा महाविद्यालय जैसी महत्वपूर्ण संस्था में अनुशासन सर्वोपरि है और भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत निपटाया जाएगा। मंगलवार को एक प्रेस नोट जारी करते हुए, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. हरिओम ने बताया कि यह कार्रवाई केवल दंड नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देने के लिए है कि रैगिंग किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी की शिक्षा, सम्मान या सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बड़ी कार्रवाई से छात्रों के बीच चर्चा तेज हो गई है और इसे कॉलेज के इतिहास की सबसे कठोर कार्रवाई माना जा रहा है।
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