अंडरवर्ल्ड डॉन की राह पर चल रहे लॉरेंस बिश्नोई ने बिहार में अपनी जड़ें काफी मजबूत कर ली हैं। 2 दिन पहले भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह को गैंग ने धमकी दी है। नेपाल सीमा से सटे भारतीय इलाकों में सोशल मीडिया से लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शूटर्स की भर्ती हो रही है। बिहार में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से लड़कों को गैंग से जोड़ा जा रहा है। गैंग में एंट्री के बाद बैंक अकांउट में पैसा भेजा जाता है, इसके बाद लड़कों को काम के बहाने बिहार से बाहर बुलाया जाता है। भारत-नेपाल सीमा पर स्थिति ऐसे कई गांव हैं, जहां से युवा दिल्ली, मुंबई, हरियाणा और पंजाब में कमाने गए, लेकिन वह बिश्नोई गैंग से जुड़कर काम करने लगे। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग्स ऑफ बिहार का पेज बन गया है। लॉरेंस के गैंग से जुड़े बिहार के बड़े नाम शशांक पांडेय, सागर राज और विक्की हैं। इनका नाम मुसेवाला हत्याकांड और सलमान के घर फायरिंग में भी आया था। शशांक पर फिर से बेतिया में एक फॉर्म हाउस में आग लगाने का आरोप लगा है। शशांक यहां पूरा गैंग तैयार कर रहा है। दैनिक भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में पढ़िए बिहार-नेपाल सीमा पर कैसे एक्टिव हो रहा लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क… बिहार पर लॉरेंस बिश्नोई का भरोसा जानिए लॉरेंस बिश्नोई के पास शूटर्स की बड़ी फौज है, लेकिन उसका भरोसा बिहार के शूटरों पर था। सलमान के घर फायरिंग की घटना किसी से भी कराई जा सकती थी, लेकिन बिश्नोई गैंग ने इस काम के लिए बिहार के सागर राज और विक्की को चुना। बिहार के दोनों लड़कों पर भरोसा जताने के सवाल पर बिहार के सीनियर क्राइम रिपोर्टर चंद्रशेखर बताते हैं, सलमान के घर फायरिंग करना आसान नहीं था। वह भी जब उसे बिश्नोई गैंग से लगातार जान मारने की धमकी मिल रही थी। ऐसे में बिहार के शूटरों का इस्तेमाल किया जाना सामान्य बात नहीं था। इस बड़े मिशन पर लगाने से पहले गैंग ने दोनों लड़कों में कुछ ऐसा देखा होगा, जिससे उन्हें मिशन पर लगाया गया। इसके लिए काफी पहले से एक्सरसाइज शुरू की गई होगी। अंडरवर्ल्ड में नाम कमाना चाहते है लॉरेंस के गुर्गे सीनियर क्राइम रिपोर्ट चंद्रशेखर मानते हैं कि आजकल लड़कों में नाम कमाने का जुनून देखा जा रहा है। गांव में बेरोजगार लड़कों में यह कुछ अधिक ही है। बिहार के लड़के इस मामले में काफी दबंग माने जाते हैं, नेम फेम के चक्कर में गलत भी कर बैठते हैं। सलमान के घर फायरिंग करने के बाद क्या होगा, यह सागर राज और विक्की को भी अच्छी तरह से पता रहा होगा। सलमान सामान्य इंसान नहीं है, जो मामला दब जाएगा। यह घटना इंटरनेशनल मुद्दा बनना ही था। लेकिन, इसके बाद भी सागर राज और विक्की ने सलमान के घर फायरिंग करने को तैयार हो गए। सागर और विक्की बड़ी जोखिम के बाद भी तैयार हो गए, क्योंकि उन्हें पता था कि इस घटना के बाद अंडर वर्ल्ड में फेमस हो जाएंगे और हमारा सिक्का चलेगा। फिर सागर राज और विक्की के नाम पर रंगदारी मिल जाएगी। घटना से पहले गैंग दिलाता है विश्वास नेपाल सीमा पर तैनात एक पुलिस ऑफिसर कहते हैं, ऐसे केस में गैंग शूटरों को घटना से पहले पूरी तरह से तैयार कर देते हैं। स्पोर्ट का पूरा भरोसा दिलाते हैं। अगर टारगेट बड़ा और नेम-फेम वाला होता है तो यह भी बता देते हैं कि घटना से शूटरों का कितना नाम हो जाएगा। ऐसे ही जोश भर के शूटरों से घटना को अंजाम दिलाते हैं। सागर राज और विक्की के साथ ऐसा ही हुआ होगा। यह क्रिमिनल्स गैंग का ट्रेंड होता है। इसी ट्रेंड पर वह शूटरों को घटना के लिए पूरी तरह से एटम बम बना देते हैं। एक्सपर्ट भी मानते हैं, सागर और विक्की काफी समय से गैंग के लिए काम कर रहे थे। गैंग ने घटना के बाद स्पोर्ट करने की पूरी जिम्मेदारी बताई होगी। परिवार की देख रेख से लेकर आर्थिक रूप से भी मदद की बात की गई होगी। इसके बाद दोनों को घटना के लिए भेजा गया होगा। जर्नलिस्ट चंद्रशेखर बताते हैं, बिहार में कई ऐसे गैंग सामने आए हैं, जिसमें ऐसे ही शूटर्स से घटना कराई गई है। गैंग बड़े-बड़े सपने दिखाकर शूटर को तैयार करते हैं। इस घटना में गैंग ने 100% यह तय किया होगा कि दोनों जब तक जेल में रहेंगे, तब तक घर वालों को पैसा दिया जाएगा। केस लड़ने से लेकर घर वालों को खर्च देने का भरोसा गैंग के सदस्य दिलाते हैं। शूटर्स का बिश्नोई गैंग से है पुराना कनेक्शन दोनों शूटर सागर राज और विक्की का कनेक्शन गैंग से पुराना रहा है। इसका खुलासा भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में हुआ है। विक्की के पिता साहेब साह कहते हैं कि वह 4 साल से बाहर था। वह मानते हैं कि उसका काम गलत था, वह बात नहीं मानता था। इसलिए उनकी विक्की से बातचीत भी नहीं होती थी। पुलिस अधिकारी भी मानते हैं कि नए शूटर को गैंग इतना बड़ा टारगेट नहीं देगा। दोनों काफी दिनों से गैंग के लिए काम कर रहे थे। वह बिश्नोई गैंग के विश्वासपात्र बनने के बाद ही यह टास्क पाए। ऐसे ही नहीं गैंग किसी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी में लगा देता है। गैंग को भी पता होता है कि पकड़े जाने के बाद पूरी कड़ी खुल जाती है। दोनों बिहार के नेपाल बॉर्डर के रहने वाले हैं, इसके साथ सरहद पार अपनी जड़ भी जमा चुके थे। पुलिस अफसर ऑफ रिकॉर्ड यह भी कहते हैं कि दोनों नेपाल में पहले से ही अपनी जड़ें मजबूत किए होंगे। प्लान भी यही रहा होगा कि घटना को अंजाम देने के बाद दोनों के लिए नेपाल में शरण लेना आसान और सुरक्षित होगा। लेकिन, मामला सलमान खान से जुड़ा था, इसलिए घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं, जिससे सागर राज और विक्की को बिहार भागने में मुश्किल हो गई। गैंग ने उन्हें गुजरात में रखा, दोनों की भुज से गिरफ्तारी हो गई। घटना को अंजाम देने और फिर वहां से भागने का पूरा प्लान सेट रहा होगा, लेकिन अचानक से जगह बदलने के कारण कहीं न कहीं से चूक हो ही जाती है। ऐसे में दोनों पुलिस की गिरफ्त में आ गए और बिहार का बिश्नोई गैंग का पूरा कनेक्शन उजागर हो गया। बिहार में बिश्नोई गैंग से खतरा, जानिए क्यों 22 अक्टूबर 2023 को मोतिहारी पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खुंखार सदस्य शशांक पांडे को गिरफ्तार किया था। शशांक ने जो खुलासा किया वह चौंकाने वाला था, लेकिन बिहार पुलिस इस पर काम नहीं कर पाई। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में शशांक ने यह साफ कर दिया कि गोरखपुर, देवरिया, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर सहित यूपी के पूर्वांचल के जिलों में बड़े पैमाने पर बिश्नोइ गैंग के सदस्य और शूटर एक्टिव हैं। बिहार से लगने वाली नेपाल सीमा पर भी गांवों में सदस्यों की संख्या अधिक है। बिश्नोई गैंग के सदस्य नेपाल तक एक्टिव हैं। नेपाल में बेस बनाकर वह भारत में रंगदारी की योजना बनाते हैं। खुद शशांक ने भी पुलिस को अपनी मंशा बताई। शशांक ने बिहार से सटे रक्सौल बॉर्डर के नेपाली इलाका बीरगंज में अपना ठिकाना बनाया था और वहां से रंगदारी के लिए भारतीय लोगों को टारगेट करता था। पुलिस भी मानती है कि वह बिश्नोई गैंग का बड़ा क्रिमिनल है, उसका नेपाल सीमा पर पकड़ा जाना सही संकेत नहीं है। शशांक नेपाल सीमा पर भी बड़ी फिरौती को लेकर लिस्टिंग कर रहा था। वह इस मामले में एक्सपर्ट था, आम आदमी पार्टी के लीडर से 50 लाख की रंगदारी से लेकर एक करोड़ की डकैती की घटना को अंजाम दे चुका है। वांटेड होने के बाद उसने अपना ठिकाना नेपाल में बनाया था और भारत में डॉक्टरों और उद्योगपतियों से रंगदारी का प्लान तैयार कर रहा था। शशांक की गिरफ्तारी से सामने आया भर्ती का सच शशांक की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हुए खुलासे से गैंग में भर्ती का सच सामने आया था। मोतिहारी के तत्कालीन एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया था कि गैंग में शशांक सोशल मीडिया से ही पहुंचा था। उन्होंने यह भी माना कि गैंग सोशल मीडिया के सहारे ही लोगों को जोड़ रहे हैं। पुलिस शशांक के भर्ती ट्रेंड को लेकर यह मानती है कि जिस तरह से इंस्टाग्राम में मैसेंजर के जरिए उसे भर्ती किया गया और फिर बिहार से पंजाब बुला लिया गया, ऐसे ही बिहार के अन्य लड़कों की भर्ती से इनकार नहीं किया जा सकता है। शशांक पांडे को पंजाब बुलाने के बाद गैंग ने बड़ा क्रिमिनल बना दिया। बिहार में शशांक के खिलाफ कोई केस नहीं था। इसलिए वो वांटेड होने के बाद बिहार का रुख किया और बिश्नोई गैंग को नेपाल सीमा पर एक्टिव करने लगा। बिहार से बाहर कई बड़ी वारदात करने के बाद से ही वह नेपाल में बेस बनाने के लिए आ गया। यहां उसे गैंग ने सदस्यों को एक्टिव करने की जिम्मेदारी मिली थी। वह बिश्नोई गैंग का इतना विश्वास पात्र बन गया था कि उसे नेपाल के रास्ते ही दुबई बुलाया गया और बिक्रम बरार के साथ गोल्डी बरार से मुलाकात कराई गई। इसके बाद वह गैंग के मिशन पर काम करने लगा। खुफिया विंग्स को यह जानकारी मिली थी कि बेतिया के मसही और आस-पास के गांवों में सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म से गैंग ने सदस्यों को जोड़ा है। इसके बाद से ही यहां के 50 से अधिक बाहर काम करने वाले लड़के एजेंसियों के रडार पर हैं। ऑनलाइन भर्ती का खेल, बिहार पुलिस को सुराग नहीं बिश्नोई गैंग में ऑनलाइन भर्ती के कई मामले सामने आ चुके हैं। बिहार में तो अब सुरक्षा एजेंसियों की स्कैनिंग चल रही है। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में पहले से इसका खुलासा हो चुका है। बिहार में सलमान के घर फायरिंग करने वाले सागर राज और विक्की की गिरफ्तारी और अक्टूबर 2023 में हुई शशांक की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया कि गैंग सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफार्म से ही लड़कों को जोड़ रहा है। बिहार में भी गैंग में ऑनलाइन एंट्री हो रही है, इसके बाद उनके बैंक अकांउट में पैसे भेजे जाते हैं। सलमान के घर फायरिंग करने वाले विक्की के पिता साहेब साह ने यह खुलासा किया था कि गांव में कई लड़कों के बैंक अकांउट में पैसा भेजा गया। नेपाल में भी कुछ लोगों के खातों में पैसा आए। इसमें से कई लड़के काम के लिए बिहार से बाहर गए थे। सागर राज के पिता जोगिंदर राउत ने भी माना कि उनका बेटा जब गांव में था तो काफी सामान्य था, लेकिन जब से बाहर कमाने गया तो बहुत बदल गया। वह गांव में आता था तो हमेशा मोबाइल पर ही बिजी रहता था। गांव के लड़कों में वह काफी समय देता था, जबकि पहले घर में अधिक समय बिताता था। पुलिस मानती है कि गैंग जो सोशल मीडिया के सहारे होते हैं, वह ऐसे-ऐसे पोस्ट करते हैं जिससे यूथ आकर्षित हो जाते हैं। नेपाल सीमा पर तैनात एक पुलिस अधिकारी ने ऑफ कैमरा बताया कि ग्रामीण इलाकों में बिश्नोई ने अपना जाल बुन लिया है। बिहार में बड़ी संख्या में लोग बाहर कमाने जाते हैं, यहां के लोग अधिक दिल्ली मुंबई, हरियाणा और पंजाब में हैं। ऐसे में अगर गैंग एक्टिव हुआ तो यहां के लिए काफी विस्फोटक होगा। गैंग गरीब परिवार के कम पढ़े लिखे लड़कों को टारगेट करते है। सलमान के घर फायरिंग करने वाले सागर और विक्की दोनों क्लास 8 तक ही पढ़ाई किए हैं। ऐसे में बिश्नोई का जाल डालना बिहार में सुरक्षा को लेकर बड़ी चुनौती है। अगर गांवों में ऐसे ही बिश्नोई गैंग के सदस्य और शूटर बढ़ते गए तो आने वाले दिनों में नेपाल सीमा से सटे भारतीय गांवों में सुरक्षा बड़ी चुनौती होगी। बिश्नोई की टैगलाइन से समझिए मिशन बिहार में बिश्नोई गैंग का नेटवर्क इतना मजबूत है कि वह अब मिशन की बात करता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर लॉरेंस बिश्नोई से लेकर गोल्डी बरार, अनमोल बरार, बिक्रम बरार सभी की प्रोफाइल चल रही है। बिहार को लेकर भी कई पेज और प्रोफाइल बनाए गए हैं। इसे ऑपरेट करने वाले गैंग के सदस्य लड़कों को मोटिवेट करने की कोशिश करते हैं। ऐसे ही सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग्स ऑफ बिहार नाम से भी प्रोफाइल है। इसमें साफ लिखा है कि धमाका देखना है तो हाथ लगा ना लाडले..इलाके में लॉकडाउन का नजारा दिखा देंगे..। इस प्रोफाइल पर लॉरेंस बिश्नोई की फोटो और उस पर बनी कई रील्स भी पोस्ट है। इसके साथ गोली बंदूक की वीडियो भी शेयर की जा रही है। बिहार में सोशल मीडिया पर खुलेआम बिश्नोई का मिशन लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप बैंक नाम की भी प्रोफाइल है। इसमें भी गोली बंदूक की कई रील्स अपलोड हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कई सोशल मीडिया अकाउंट पर खुले आम गन बेचे जाने के मामले भी सामने आए है। इसके लिए मोबाइल नंबर भी उपलब्ध है। जिसमें लिखा है कि कट्टा पिस्टल चाहिए तो कॉल करें। सोशल मीडिया पर ऐसे पेज और प्रोफाइल के फॉलोअर्स भी खूब हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लॉरेंस बिश्नोई को लेकर लड़कों में किस तरह की दीवानगी है। कई ऐसे भी पेज और प्रोफाइल हैं, जिसमें लड़कियां की फॉलोइंग अधिक है। बिना क्राइम रिकॉर्ड वाले नए शूटर बिश्नोई गैंग में अधिकतर ऐसे ही शूटर हैं, जिनका राज्य में कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं है। शशांक पांडे से लेकर अब तक जितनी भी गिरफ्तारी हुई हैं, इनमें एक का भी बिहार में क्राइम रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में पुलिस इनके खिलाफ कोई जांच नहीं कर पाती है। पुलिस मानती हैं कि शशांक गैंग का काफी हार्ड कोर क्रिमिनल है।
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