NEET स्टूडेंट के ‘हत्यारों’ का क्लू तस्कर के मोबाइल में:यूपी-बिहार के 22 एक्टिव नंबर मिले, तस्कर बोला- बंगाल तक पशु ले जाने का रेट 10 हजार
NEET स्टूडेंट दीपक की हत्या करने वाले पशु तस्करों के क्लू भी पुलिस को तस्कर अजब के मोबाइल से ही मिले। 32 साल के अजहर उर्फ अजब हुसैन को 15 सितंबर की रात गांव के लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। पुलिस को अजब के पास एक की-पैड वाला मोबाइल मिला, इसमें 22 नंबरों पर उसने लगातार बातचीत की थी। जांच में पता चला, इनमें उन तस्कर के नंबर भी शामिल थे, जिन्होंने दीपक की हत्या कर दी थी। तस्करों की पहचान होने के बाद सर्विलांस को यूपी के 5 जिलों की लोकेशन मिलीं। वहीं यूपी से बंगाल तक पशु ले जाने का रेट 10 हजार रुपए है। तस्करों के मूवमेंट का पीछा करते हुए कुशीनगर में बाइक पर जा रहे रहीम, छोटू और राजू की अरेस्टिंग की गई। रहीम के दोनों पैरों में पुलिस ने गोली मारी है। उस रात दीपक को 4 तस्करों ने पिकअप में खींचा था। मगर गांव में 13 तस्कर पहुंचे थे। अब तक पुलिस 5 तस्करों को पकड़ चुकी हैं। 8 और तस्करों को ट्रेस किया जा रहा है। वहीं, पुलिस की मिलीभगत भी सामने आई, इसके बाद ADG मुकेश अशोक जैन ने दो थाना इंचार्ज, 5 दरोगा समेत 25 पुलिस वालों को पुलिसलाइन में अटैच कर दिया। SP संतोष मिश्रा को लखनऊ मुख्यालय भेज दिया गया। इधर पुलिस अजब के ठीक होने का इंतजार कर रही थी, ताकि उससे पूछताछ करके नेटवर्क की और परते खोली जा सके। मगर 19 सितंबर की सुबह बीआर मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई। दरअसल, पकड़े जाने के बाद महुआचापर गांव के लोगों ने उसकी पिटाई की थी। फिर मंदिर में लोहे की ग्रिल से बांधकर 2.30 घंटे तक बंधक बनाए रखा था। जब पुलिस पहुंची, तब अजब बार-बार रहीम और राजेश के नाम ले रहा था। राजेश की तलाश में पुलिस टीम सर्च आपरेशन चला रही है। दीपक हत्याकांड के बाद पुलिस को गोवंश के पशुओं की तस्करी के लिंक यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल के रूट पता चले हैं। यहां चेकिंग बढ़ा दी गई है। पुलिस इन तस्करों के कितना नजदीक पहुंची हैं, ये रिपोर्ट में पढ़िए… रामपुर में गोवंश के मांस को पैकेजिंग के बाद भेजते हैं पश्चिम बंगाल
अजब के मोबाइल से मिले 22 मोबाइल नंबरों का पीछा करती हुए STF की 5 स्पेशल टीमें कुशीनगर, संत कबीर नगर, देवरिया में डेरा जमाए हुए हैं। वेस्ट यूपी के जिले रामपुर से बड़े पैमाने पर गोवंश मांस की सप्लाई के इनपुट मिले हैं। यहां से सिर्फ पशु पश्चिम बंगाल तक नहीं भेजे जाते, बल्कि गोवंश का मांस बाकायदा पैकिंग में सप्लाई होता है। अब पुलिस जल्द इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए तस्करों को अरेस्ट करने की तैयारी कर रही है। वहीं, एक पुलिस टीम बिहार के गोपालगंज में मौजूद है। यहां के 3 बड़े तस्करों के नाम पुलिस के पास हैं, मगर फिलहाल पुलिस इन्हें ओपन नहीं कर रही है। बिहार के मूवमेंट को समझने के लिए 18 सितंबर को एडीजी गोरखपुर जोन मथुरा अशोक जैन बॉर्डर एरिया तक पहुंचे। उन्होंने फिलहाल 10 रूट पर चेकिंग बढ़ाने के लिए कहा है। ये वही रूट हैं, जिनसे पशु तस्कर गोवंश को बिहार लेकर जाते हैं। अब तस्कर अजब कैसे पकड़ा गया, ये जानिए गांव वाले बोले- चोर का हल्ला हुआ, खेत में भागते एक बदमाश काे पकड़ लिया
महुआचापर के गांव के लोगों ने जो कहानी सुनाई, उसके अनुसार, 15 सितंबर की रात हम लोग चोरों के आने की सूचना पर अपने घरों से निकले थे। तभी सामने दो पिकअप से आते बदमाश दिखे। उनके हाथ में तमंचे और धारदार हथियार थे। कुछ देर बाद गांव में हल्ला मचा कि उन्होंने दीपक को बंधक बना लिया है। इसके बाद घेराबंदी शुरू की गई। तभी सड़क पर एक जगह तस्करों की पिकअप फंस गई। उसमें बैठे 4 तस्कर पैदल ही खेतों में भागने लगे। तब हम लोगों ने भी उनका पीछा किया। इस दौरान एक तस्कर को दौड़ाकर पकड़ लिया गया। वह भागने के लिए छटपटा रहा था। मगर हम लोग उसको पकड़े रहे। उसे पैदल ही गांव में लाया गया। थोड़ी ही देर में पुलिस आ गई। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम अजहर उर्फ अजब हुसैन बताया था। NEET स्टूडेंट दीपक मर्डर केस में अब तक 5 अरेस्टिंग हुई हैं। इनसे पूछताछ में जो फैक्ट सामने आए हैं, वो जानिए… तस्करी के लिए रखते हैं एक्सपर्ट ड्राइवर, 1 ट्रिप के 10 हजार दीपक की हत्या के बाद गोरखपुर पुलिस पशु तस्करों के पूरे नेटवर्क को खत्म करने पर काम कर रही है। मगर पहले यूपी से लेकर बिहार, पश्चिम बंगाल तक फैले इस नेटवर्क को समझने पर पुलिस होमवर्क कर रही है। पशु तस्करों से अलग-अलग बात करके कुछ फैक्ट सामने आए हैं- तस्करों ने पशुओं को उठाने से लेकर पुलिस मूवमेंट बताने वालों के रेट तय किए हैं, ये भी तस्करों से हुई पूछताछ में सामने आया- गोरखपुर और आस-पास के 11 जिलों में ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’
19 सितंबर को ADG गोरखपुर जोन मुथा अशोक जैन ने कहा- हमारे जोन में 11 जिले आते हैं, यहां ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ शुरू किया गया है। इसमें पशु तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसमें हम दो तरीके से काम कर रहे हैं। पहला- ऐसे लोगों को चिह्नित कर रहे हैं, जो तस्करों के मददगार हैं। दूसरा- जेल से बाहर आए पशु तस्करों की डिटेल इकट्ठा की जा रही है। अब तक 6 ऐसे वाहन पकड़े गए हैं, जिनसे पशुओं की तस्करी होती है। पशुओं को काटने के 26 औजार और 6 गोवंश पशु भी कब्जे में लिए गए हैं। पशु तस्करी करने वाले 215 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 15 सितंबर के बाद 4 दिनों में पुलिस ने 10 रूटों पर चेकिंग बढ़ा दी है। ये वही रूट है, जो गोरखपुर होते हुए बिहार और फिर पश्चिम बंगाल तक जाते हैं। 3 आरोपी जेल भेजे गए
दीपक मर्डर में पुलिस ने छोटू, राजू और रामलाल को अरेस्ट किया। उनके मोबाइल की कॉल डिटेल और वॉट्सऐप चैटिंग की मदद से पशु तस्कर अब्दुल रहीम को पुलिस मुठभेड़ के दौरान कुशीनगर के रामकोला से गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ में 2 और आरोपियों की पहचान हुई। शुक्रवार को पुलिस ने छोटू, राजू और रामलाल को जेल भेजा। अब ये जानिए कि 15 सितंबर की रात को गांव में क्या हुआ गांव के लोगों के पथराव में SP, थाना प्रभारी घायल
गोरखपुर में पशु तस्करों और ग्रामीणों में भिड़ंत हो गई। पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र को खींच लिया। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। लाश को घर से 4 किमी दूर फेंक दिया। साढ़े चार घंटे बाद घरवालों को छात्र की खून से लथपथ लाश मिली। उसका सिर कुचला हुआ था। दरअसल, मामले की शुरुआत सोमवार रात साढ़े 11 बजे हुई। 10-12 पशु तस्कर दो गाड़ियों (पिकअप) से पिपराइच के मऊआचापी गांव पहुंचे। गांव के एंट्री पॉइंट पर ही दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान थी। तस्करों ने जब सुनसान जगह देखी तो लूट के इरादे से दुकान का ताला तोड़ने लगे। उस वक्त दुकान के ऊपरी मंजिल में ट्रैवल का ऑफिस था। यहां दुर्गेश की बहन का लड़का सो रहा था। शटर खड़खड़ाने की आवाज हुई तो वह उठ गया। उसने देखा तो नीचे 10-12 लोग खड़े थे। उसने तुरंत मामा दुर्गेश के बेटे दीपक को कॉल किया। दीपक ने शोर मचाया। वह तुरंत स्कूटी से दुकान की तरफ भागा। पीछे-पीछे 10-15 ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। शोर शराबा सुनकर तस्कर भागने लगे, तभी उनका ग्रामीणों से आमना-सामना हो गया। तस्करों ने फायरिंग कर दी। दीपक सबसे आगे था, ऐसे में तस्करों ने उसको अपनी गाड़ी में खींचकर भर लिया। वहीं, ग्रामीणों ने भी एक तस्कर को पकड़ लिया। उसकी गाड़ी फूंक दी और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसी दौरान पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने तस्कर को अपनी गिरफ्त में लेने की कोशिश की, तो ग्रामीण एसपी से उलझ गए। पुलिस और ग्रामीणों में झड़प हो गई। इसमें एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच थाना प्रभारी पुरुषोत्तम आनंद घायल हो गए। साथ ही, 4 और पुलिस वाले चोटिल हुए हैं। उनके नाम हैं विकास साहू, पमीश पांडेय, दीपिका यादव और अजीत चतुर्वेदी। दीपक के पिता दुर्गेश गुप्ता की शिकायत पर देर शाम पिपराइच थाने में 12 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हत्या, पशु क्रूरता की धाराएं लगाई गई हैं। ……… अब पहले दिन की कवरेज डिटेल में पढ़िए गोरखपुर में पशु तस्करों ने की NEET छात्र की हत्या:SP घायल, बवाल-आगजनी; योगी बोले- दोषियों को बख्शेंगे नहीं गोरखपुर में पशु तस्करों और ग्रामीणों में भिड़ंत हो गई। पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र को खींच लिया। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। लाश को घर से 4 किमी दूर फेंक दिया। साढ़े चार घंटे बाद घरवालों को छात्र की खून से लथपथ लाश मिली। उसका सिर कुचला हुआ था। पढ़िए पूरी खबर…
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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