निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर तंज कसा है। फतेहपुर सीकरी में 13 साल बाद चादर चढ़ाने को लेकर उन्होंने कहा कि चादर चढ़ाने से कुछ नहीं होने वाला है। वह अपने अच्छे कार्यों का प्रचार करें। डा. संजय ने इसे तुष्टिकरण की नीति बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होता तो मुसलमान जालीदार टोपी पहनने वालों के चक्कर में फंसकर बर्बाद नहीं होता।
डा. संजय ने कहा कि सबसे ज्यादे अशिक्षित, सबसे ज्यादे गरीब व सबसे ज्यादे परेशान मुसलमान हैं क्योंकि हाथी, साइकिल व पंजा ने केवल वोट लिया है। बदले में उन्हें गरीबी देता है। हमारी सरकार मुसलान को भी राशन, दवाई, मकान दे रही है। हम चाहते हैं कि मुसलमान का लड़का भी डॉक्टर, इंजीनियर बने। हम उसके लिए तत्पर हैं।
डा. संजय ने रविवार को गोरखपुर स्थित आवास पर परिवार सहित विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत फार्म भरा। उन्होंने सभी से फार्म भरने की अपील की। संजय ने कहा कि कुछ लोग इस मामले में केवल गुमराह कर कर रहे हैं। यह किसी का नाम काटने का नहीं बल्कि जोड़ने और सही करने का अभियान है। यदि कुछ लोगों के बहकावे में आकर फार्म नहीं भरेंगे तो नाम कट जाएगा। उन्होंने कहा कि जो सही हैं, उनके नाम सूची में रहेंगे। जाम मृत हो चुके हैं, उनके नाम कटने चाहिए। बंगाल के मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर टिप्पणी करते हुए डा. संजय ने कहा कि दो-चार उल्टा-पुल्टा बोलने वाले लोगों से कुछ नहीं होने वाला है। कुछ भी करते रहें, कोई फर्क नहीं पड़ेगा। नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के विकास की नींव रखी है। पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। दलालों के कारण यूपी में हारे लोकसभा की सीटें डा. संजय निषाद ने करणी सेना के बलिया जिलाध्यक्ष की ओर से उनकी जीभ काटने पर इनाम घोषित करने की बात पर कहा कि ऐसी बहुत सेनाएं बनती और बिगड़ती रहती हैं। देश राजनीति से चलता है। ऐसे लोगों से नहीं चलता जो बिना कुछ सोचे-समझे सोशल मीडिया पर डाल दें। उन्होंने अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि बलिया बागी बलिया है। अंग्रेजों से लड़ता रहा है। कुछ दलाल तब भी थे, आज भी हैं।
उन्होंने कहा कि दलालों की वजह से हम 1150 साल गुलाम रहे। जो दलाल के खानदान का होगा, उसे मेरी बातों से दर्द होगा। गंगा के किनारे का जिला है। हमारे लोगों ने अंग्रेजों को नदी में डुबोकर मारा है। हम 24 कैरेट के राष्ट्रवादी हैं। ऐसे लोग जो बोलते हैं, उनका पता नोट है। हमारे समाज के लोग निपट लेंगे आराम से। हम निषादराज के वंशज हैं। ऐसे लोग चाहते हैं कि निषाद और क्षत्रिय अलग-अलग हो जाएं और फिर क्षत्रिय विधायक न हों। क्षत्रिय व निषादों का त्रेता युग से संबंध रहा है। भगवान राम ने निषादराज को गले लगाया था। निषादराज ने सेना दिया था तब रावण खत्म हुआ था।
डा. संजय ने कहा कि हम तो दलालों से सावधान कर रहे हैं। बलिया में क्यों हार गए। दलाल नहीं होते तो हारते क्या? प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र के चारो ओर की सीटें हम दलालों की वजह से ही हारे हैं। इन दलालों को चिह्नित करके हलाल कराना पड़ेगा। जिसको सत्ता में रहना है, उसे निषादों से दोस्ती करनी होगी डा. संजय निषाद ने कहा कि हमने दिल्ली में कार्यक्रम किया। पूरा देश हिल गया। अब 13 जनवरी को लखनऊ आ रहे हैं। लगभग 50 लाख लोग जुटेंगे। जिसे सत्ता में रहना है, उसे निषादों से दोस्ती करनी होगी। उन्हें अपमानित करके कोई नहीं रह सकता।
जब तक हार्थी, पंजा, साइकिल का बटन दबाया तब तक वे सत्ता में रहे। जब छोड़ दिया तो देखिए क्या दशा है। आज निषाद कमल का फूल दबा रहा है और वो भोजन भरी थाली पर बटन दबा रहे हैं। इसलिए दोनों मिलकर दिल्ली तक राज कर रहे हैं। नरेन्द्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ ने सभी को गले लगाया है। जो चार लाइन का फार्म नहीं भरवा सकता, वो राजनी छोड़ दे डा. संजय निषाद ने कहा कि SIR के लिए राजनीति नहीं होनी चाहिए। जो चार लाइन का फार्म नहीं भर सकता, उसे राजनीति छोड़ देनी चाहिए। यह काफी आसान है। लोगों ने एक अफवाह फैलाकर इसे कठिन बना दिया है। जिसका 2003 की सूची में नाम है, वह फार्म में प्रिंटेड है। लोगों को बस यही बताना है कि वे जिंदा हैं, कहां वोट डालना चाहते हैं। सभी लोगों को यह फार्म भरना चाहिए। अंतिम तिथि तक इंतजार न करें।
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