हरियाणा में करनाल जिले का युवक रूस में फंस गया है। 6 माह पहले वह स्टडी वीजा पर गया। उसे 52 लाख रुपए कमाने का लालच देकर रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल दिया गया। डेढ़ माह पहले युवक की परिवार से अंतिम बार बात हुई थी। उसने बताया था कि उन्हें युद्ध के रेड जोन में भेज दिया गया है। उनके आसपास लगातार फायरिंग होती रहती है। इसी दौरान युवक ने रशियन सेना द्वारा दिए गए हथियार की वीडियो भी बनाकर परिवार को भेजी थी। इसके बाद परिजन लगातार अपने बेटे से संपर्क करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन सिर्फ निराशा ही हाथ लग रही है। किसी अनहोनी की आशंका के चलते परिजन चिंतित हैं। उन्होंने बेटे की वापसी के लिए सरकार और विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है। यहां तक कि रूस के राष्ट्रपति को भी मेल आदि भेजकर बेटे की सकुशल वापसी की मांग की है। परिवार को आरोप है कि वह कई मंत्रियों और सरकार के अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट चुका है, लेकिन आश्वासनों के अलावा कुछ भी नहीं मिल पा रहा है। उसकी चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए, कैसे रूस में फंसा युवक… आखिरी बार फोन कर बोला- रेड जोन’ में भेज रहे है
अर्जुन ने बताया कि 13 अक्टूबर को अनुज का आखिरी बार कॉल आया था। उसने कहा था कि उसे और अन्य भारतीय युवाओं को लड़ाई वाली सबसे खतरनाक जगह भेजा जा रहा है। इसके बाद फोन बंद हो गया और संपर्क टूट गया। अनुज के दूसरे भाई विशाल ने कहा ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन दोनों से हाथ जोड़कर गुहार लगाते हैं कि हमारे भाई को सुरक्षित वापस लाया जाए। भारत और रूस के बीच मजबूत रिश्ते हैं, इसलिए हमें उम्मीद है कि रूस हमारी मदद करेगा। हर जगह गुहार लगा चुके, पर जवाब नहीं
परिवार ने भारतीय दूतावास, भारत सरकार और पीएमओ को मेल कर संपर्क किया है। आरोप है कि अभी तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है कि अनुज कहां है और उसकी हालत कैसी है। परिवार का कहना है कि घर का माहौल दिन-रात चिंताओं से भरा रहता है। मां हर रोज बेटे के फोन का इंतजार करती है। परिजन बस एक ही दुआ कर रहे हैं कि अनुज सुरक्षित मिले और जल्द से जल्द घर लौट आए।
एक माह पहले हिसार के युवक की युद्ध में हुई थी मौत
रूस-युक्रेन युद्ध में हिसार के युवक सोनू की मौत हो चुकी है। एक माह पहले इसकी खबर परिवार को मिली थी। गांव मदनहेड़ी के 28 वर्षीय सोनू को भी जबरन रशियन आर्मी में भर्ती कर युद्ध में भेजा गया था। सोनू की मौत के बाद रूस आर्मी के कमांडर का फोन परिवार के पास आया था, जिसमें बताया कि यूक्रेन के ड्रोन अटैक में सोनू मारा गया है। इससे पहले कैथल के 22 वर्षीय कर्मचंद की मौत हो गई थी। उसे भी धोखे से रशियन आर्मी में भर्ती किया गया था। हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड समेत 6 राज्यों के युवा फंसे
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से 61 नामों की एक लिस्ट जारी की गई। इसमें 6 राज्यों के युवाओं के नाम हैं, जिनकी रशियन आर्मी में भर्ती होने की पुष्टि हुई है। इनमें हरियाणा के युवकों के नाम हैं। बाकी नाम राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर व तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के नाम शामिल हैं। हरियाणा के कैथल और हिसार के युवक की मौत की पुष्टि हो चुकी है। —————– ये खबर भी पढ़ें….. रूसी आर्मी का डरावना सच, भर्ती के लिए नेटवर्क सक्रिय:हरियाणवी युवक बोला- 10 दिन की ट्रेनिंग, फिर मरने को यूक्रेन युद्ध में छोड़ रहे रूस-यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से जंग जारी है। रूसी सेना पर वहां आए कई भारतीयों को लालच देकर सेना में भर्ती करने और जंग में धकेलने के आरोप लग रहे हैं। वहां फंसे युवाओं ने बताया कि रशियन आर्मी को मैन पावर उपलब्ध कराने वाला बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। (पूरी खबर पढ़ें)
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