खगड़िया जिले में बेलदौर प्रखंड क्षेत्र की डुमरी पंचायत के नारदपुर गांव निवासी संतोष कुमार शनिवार को अपनी अग्निवीर ट्रेनिंग पूरी कर घर लौट आए हैं। उनके घर वापसी पर ग्रामीणों ने उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया। ग्रामीणों ने स्वागत किया इस अवसर पर गांव में जश्न का माहौल रहा। ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंजते रहे, और ग्रामीणों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया। संतोष कुमार का फूल मालाओं से स्वागत किया गया, जो युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना। जालंधर में पोस्टिंग संतोष कुमार किसान संजय सिंह के पुत्र हैं। अग्निवीर के रूप में चयनित होने के बाद उनकी तैनाती जालंधर में हुई है। उनकी सफलता से नारदपुर गांव के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और इसे देश सेवा के प्रति युवाओं के जुनून और कड़ी मेहनत का परिणाम मान रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा का विवरण संतोष की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय नारदपुर से हुई। उन्होंने कोशी विद्यालय पनसलवा से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने खगड़िया के कोशी कॉलेज में ग्रेजुएशन के लिए दाखिला लिया और हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की। दूसरी बार मिली सफलता वर्ष 2022 में ओपन भर्ती में कुछ कमियों के कारण उनका चयन नहीं हो सका था, लेकिन 2023 में लिखित परीक्षा पास करने के बाद 2024 में उनका चयन अग्निवीर प्लस टेक कम्युनिकेशन में हुआ। सात महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद वे घर लौटे हैं। संतोष के पिता संजय सिंह अपने भाइयों में चौथे स्थान पर हैं। उनके बड़े चाचा सदानंद सिंह, दयानंद सिंह, परमानंद सिंह और छोटे चाचा राजेश सिंह हैं। उनकी माता का नाम विनीता देवी है। परिवार में पहले से ही देश सेवा का जज्बा रहा है; सदानंद सिंह के बड़े पुत्र सचिन कुमार सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, जबकि दयानंद सिंह के बड़े पुत्र नीतीश कुमार उत्पाद विभाग में पुलिस बल का हिस्सा हैं।
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