पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज आज बरेली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि एक और कार सेवा की जाए। अब अदालतों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। सबको पता है वहां भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। जो चीज हमें नहीं मिले तो हमें उसे छीनना आना चाहिए। हम अब सनातन यात्रा निकालने जा रहे हैं, जिसके जरिए भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया जाएगा और बड़े स्तर पर घर वापसी करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मदरसों को सरकार को तत्काल बंद करना चाहिए। इनसे आतंकवादी निकलते हैं। अभी तो डॉक्टर आतंकवादी निकले हैं, अभी कई आईएएस और आईपीएस भी निकलेंगे। दिल्ली के अंदर एक कोचिंग में बड़े पैमाने पर हिंदू युवतियों का ब्रेनवॉश किया जा रहा है। अब देखिए पूरा इंटरव्यू…. प्रश्न: आज 6 दिसंबर का दिन है, इसे किस तरह देखते हैं?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि यह हम सब के लिए एक बहुत ऐतिहासिक पल है और जिसका परिणाम भी देखने को मिला। कब का संघर्ष था जो आज पूरा हुआ। आज 6 दिसंबर है और आज बरेली के अंदर भी नाथ नगरी में बड़ा अच्छा कार्य हुआ है। इस ऐतिहासिक पल को एक और ऐतिहासिक बनाया गया कि आज यहां पर राष्ट्र सनातन संघ की स्थापना हुई। सभी युवा साथी मिलकर सनातन के प्रचार प्रसार के लिए कार्य करेंगे। हिंदू राष्ट्र के लिए सनातन यात्रा निकाली जाएगी। 7 जनवरी से उत्तराखंड के जागेश्वर धाम से ये यात्रा निकाली जाएगी। जो पूरे देश में जाएगी। जिसमे देशभर के साधू संत शामिल होंगे। प्रश्न: आप हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करते हैं, कैसे हिंदू राष्ट्र बनाएंगे?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि हिंदू राष्ट्र अब तक बन जाना चाहिए था। पूरे विश्व के अंदर 60 से अधिक इस्लामिक देश हैं, क्रिश्चियन के 100 से अधिक देश हैं। भारत में ही नहीं पूरे संसार के अंदर 150 करोड़ से अधिक सनातनी रहते हैं। थोड़ी सी संख्या इस्लाम की ज्यादा है, बहुत ज्यादा अंतर नहीं है, लेकिन उनके पास 60 देश हो सकते हैं। क्या इतनी बड़ी संख्या पर एक हिंदू राष्ट्र बनाने में किसी को आपत्ति होनी चाहिए। उन लोगों को भी विचार करना चाहिए जो इसका विरोध कर रहे हैं कि यह हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। 1947 में एक धर्म के नाम पर इस देश का बंटवारा हो गया। या तो धर्म के नाम पर नहीं बंटता, विचारों के नाम पर बंटता तो कोई दिक्कत नहीं थी। जब एक बंटवारा होता है धर्म के नाम पर, जैसे ही वह दूसरा देश बनाया जाता है, वह इस्लामिक देश हो जाता है। बांग्लादेश भी इस्लामिक हो जाता है, सब इस्लामिक हो जाते हैं। लेकिन भारत में हिंदू राष्ट्र न बनाना, उस समय के जो भी रणनीतिकार रहे हों, उनकी जो विचारधारा थी वह कहीं न कहीं दुर्भाग्यपूर्ण थी। उन्होंने बहुत बड़ी त्रुटि की है, जिसे आज तक सनातनी हिंदू झेल रहा है। इसलिए अभी नहीं तो कभी नहीं की लड़ाई है। अगर अभी हिंदू राष्ट्र नहीं बना तो कभी नहीं बन सकता। अभी जो सरकारें हैं, वो हिंदू की बात करती हैं, सनातन की बात करती हैं, तो हमें हिंदू राष्ट्र चाहिए और होना चाहिए, क्योंकि 150 करोड़ से अधिक हिंदू की आबादी पूरे विश्व के अंदर है, तो एक राष्ट्र हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं हो सकता। प्रश्न: दिल्ली ब्लास्ट में डॉक्टर आतंकवादी पकड़े गए?
उत्तर: हम एक भारत शुद्धिकरण यात्रा निकालने जा रहे हैं। जो डॉक्टर आतंकवादी पकड़े गए, यह सोच कहां से बन रही है। क्योंकि बहुत सी चीजें ऐसी हैं जो अभी मीडिया के बीच में नहीं आई हैं। हम इसको बहुत समय से कह रहे थे। डॉक्टर ही नहीं, आईएएस और आईपीएस भी अभी थोड़े दिन में उनके भी चेहरे आने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से एक लड़की गायब होती है, कई दिन के बाद वह मिलती है। उसके माता पिता उससे वार्ता करते हैं, उसे बचाने का प्रयास करते हैं, लेकिन वे लोग एक प्लानिंग के साथ उसे दिल्ली शिफ्ट करते हैं। दिल्ली के अंदर एक ऐसा कोचिंग चल रहा है जहां पर हिंदू लड़कियों का पूरा माइंड वॉश किया जा रहा है और उनके लिए आईएएस आईपीएस बनाने की तैयारी चल रही है। कई बनकर आ भी चुके हैं। सरकार को गंभीरता से इस पर चिंतन करना होगा, देखना होगा, उनके विचार क्या हैं। अभी हाल ही में एक ऐसे नेता का नाम आया जो पहले आईपीएस थे। आज बंगाल की बात चल रही है। बंगाल के अंदर उसने खुलकर कह दिया कि मैं बाबर की मस्जिद बनाने जा रहा हूं। वह एक अधिकारी होने के बाद आज राजनीतिज्ञ बना। तो उसके विचार ऐसे कैसे हुए। बहुत बड़े षड्यंत्र चल रहे हैं। हिंदुओं और सनातनियों को अभी तक छला गया है, ठगा गया है, उनसे कपट किया गया है। अब नहीं हो सकता। अब सब सनातनी जाग रहे हैं। सबसे बड़ी चीज है कि धर्म का जो ठेका था, धर्म का प्रचार हम लोग करते थे, तो अब हम भी मठ मंदिर छोड़कर सड़कों पर आ चुके हैं। अब समस्त सनातनियों, संतों के साथ मिलकर, क्योंकि पहले संत नहीं निकल रहे थे, अब संत सड़कों पर हैं। एक युवा संत पंडित धीरेंद्र शास्त्री भी निकला है, जो हिंदू राष्ट्र की मांग करता हुआ जगह जगह घूम रहा है। हम सब लोग पद यात्रा निकाल रहे हैं। पूरे देश में निकलेंगे कि हिंदू राष्ट्र बनाकर रहेंगे। प्रश्न: अक्सर धर्मगुरुओं और कुछ नेताओं से सुनने में आता है कि भारत के कई राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गया है?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि हम लोग राष्ट्रहित की बात करते हैं। जब भी हिंदू की बात आएगी, हम दो हमारे दो का नारा जब सरकारों ने दिया, तो हिंदू ने सबसे पहले इसको स्वीकार कर लिया। क्योंकि लगा कि वास्तव में भारत का क्षेत्रफल तो नहीं बढ़ जाएगा, भूमि तो नहीं बढ़ जाएगी, अगर जनसंख्या बढ़ाएंगे तो यहां पर आवासीय स्तर बढ़ेगा, जल का दोहन होगा, पृथ्वी का दोहन होगा। इसके दुष्परिणाम आगे आने वाले समय में देखने को मिलेंगे। इसलिए इस जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए हमने तुरंत उस बात को स्वीकार कर लिया। लेकिन मुसलमानों ने एक प्लानिंग की कि उनके राष्ट्र पर कब्जा करने का दिमाग उनका यही चलता है। हमारी संख्या कम हो रही थी, लेकिन इसी बात को लेकर अभी तक हम लोग सरकार से मांग करते आ रहे हैं कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहिए। मुसलमानों को नियंत्रित किया जाना चाहिए। अब समय आ चुका है, सरकार को कठोर कदम उठाने पड़ेंगे। प्रश्न: क्या सरकार अच्छा कार्य कर रही है?
उत्तर: केवल तीन तलाक खत्म होने से हिंदुओं को कोई फायदा नहीं हुआ। तीन तलाक का फायदा मुस्लिम महिलाओं को हुआ है। जितनी भी योजनाएं आई हैं, उनका फायदा भी मुसलमानों को ही हुआ है। 370 खत्म होने का फायदा भी किसी हिंदू को नहीं मिला। वहां किसी हिंदू को प्लॉट नहीं मिला। यह बहुत चिंतन के विषय हैं। सरकार अच्छा कार्य कर रही है। सरकार उनका भला भी करे तो हमारा भला भी करे। अब हिंदू अपने हिसाब से मांग कर रहा है। इसलिए हम सब लोग एक बड़ी यात्रा की तैयारी कर रहे हैं भारत शुद्धिकरण यात्रा। इसी के जरिए हम यह मांग करने जा रहे हैं कि अब भारत किसी भी अशुद्ध कार्य को न सहन करेगा न मा भारती की भूमि को अशुद्ध होने देगा। और इसको शुद्ध कराना ही हम सबका संकल्प है। वही संकल्प लेकर सब सड़कों पर आ चुके हैं। प्रश्न: मदरसों को लेकर आप क्या सोचते हैं?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि मदरसों को तत्काल प्रभाव से बंद कर देना चाहिए। मदरसे ही हैं जो डॉक्टर आतंकवादी पैदा कर रहे हैं। मदरसे ही हैं जो इंजीनियर को आतंकवादी बना रहे हैं। मदरसे ही हैं जो वकील को आतंकवादी बना रहे हैं। मदरसे ही हैं जो वैज्ञानिक को आतंकवादी बना रहे हैं। मदरसे ही हैं जो प्रोफेसर को आतंकवादी बना रहे हैं। न मदरसे रहेंगे और न ही आतंकवादी बनकर निकलकर आएंगे। क्योंकि हम भी कई मुसलमानों के साथ बैठते हैं। बहुत से लोग इन जिहादियों से दूर रहते हैं। तबलीगी जमात जो भारत के अंदर इसका अड्डा बना हुआ है दिल्ली के अंदर। इसको नौ देशों ने बैन कर रखा है, वह भी सारे इस्लामिक देश हैं। वे देश जानते हैं कि यह लोग उनके देश को बिगाड़ देंगे। भारत में ही इन्हें बर्दाश्त किया जा रहा है। यह तबलीगी जमात मदरसों को टारगेट करती है और मदरसों में जो शिक्षा दी जाती है, वह नफरत की शिक्षा दी जाती है। पहले से ही काफिर काफिर कहकर सबको कहा जाता है, जबकि हम लोगों से ज्यादा ईश्वर को मानने वाला कौन है। सनातन हमेशा प्रेम सद्भावना की बात करता है, हम मारने काटने की बात नहीं करते हैं। लेकिन हां, हमारी चीजें जो हमसे छीनी गईं, हमारे जितने भी धर्म के रक्षक थे, जितने महापुरुष थे, चाहे हमारे देवी देवताओं को देख लें, उन सबके हाथ में साथ में शस्त्र होता है। वह इसलिए कि अगर धर्म पर राष्ट्र पर आंच आएगी तो हमें शस्त्र के साथ साथ शास्त्रों का अध्ययन भी करना चाहिए। बीच में बंद कर दिया गया। हमारे गुरुकुल बंद कर दिए गए। गुरुकुलों को पुनः स्थापित किया जाए और मदरसों को बंद किया जाए परिवर्तन अपने आप देखने को मिल जाएगा। प्रश्न: क्या भारत शुद्धिकरण यात्रा के जरिए घर वापसी भी करवाई जाएगी?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि भारत शुद्धिकरण यात्रा का संकल्प यही है कि सबसे पहले भारत को जिहाद मुक्त करना है। जिहादी मानसिकता के नाम पर उन्होंने जो नफरत फैलाने का काम किया है, इसको हमें समाप्त करना है। भारत को शुद्ध करने के लिए इस यात्रा में पूरे भारत में जितने भी उन नामों को रखा गया है जिनके कारण से आज भी हमें लगता है कि हम कहीं न कहीं मुगलई शासकों के बीच में रह रहे हैं, उन नामों का परिवर्तन करने की मांग भी हमारी सरकार से है। भारत की राजधानी दिल्ली इंद्रप्रस्थ दोबारा बननी चाहिए। मा भारती जो कष्ट झेल रही है उसे खत्म करना है। सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है कि जब हम घर बनाने के लिए गड्ढा खोदते हैं तो सबसे पहले भूमि पूजन करते हैं। हम धरती, गंगा, गाय को मा के रूप में पूजते हैं। हम सबको बचाने का प्रयास कर रहे हैं और ये सबको समाप्त करने का काम कर रहे हैं। इस शुद्धिकरण यात्रा में हर घर आंगन में जाकर सनातन की संस्कृति, संस्कार और परंपराएं जो हमसे छीनी गई हैं, उन्हें पुनः स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है। प्रश्न: राम मंदिर बन गया, अब कृष्ण जन्मभूमि को लेकर क्या करने जा रहे हैं?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि बेकार में सरकार से मांगते हो। अदालत में जाते हो, कितनी अजीब घटना है इस देश के अंदर। हम सब अगर इतिहास को पढ़ें तो इतिहास चीख चीख कर कह रहा है कि भारत अपार शक्तियों का देश है। यहां भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण ने जन्म लिया। यह भूमि भगवान की भूमि है और हम अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं अपनी भूमि को मांगने के लिए। तो हमने कहा था कि पहला हथौड़ा हम मारेंगे। क्योंकि भगवान की कृपा रही, यह जो 6 दिसंबर का दिन रहा था, उस दिन मैं और मेरे भाई भी अयोध्या में थे। मेरे भाई के पैर में गोली लगी थी। मैंने उस दिन भी बाबरी पर हथौड़ा मारा था। हम लोगों ने कैसे सरयू पार की थी, बहुत कुछ दंश हमने झेले हैं।
हम कृष्ण नगरी में कहकर आए हैं कि अब बार बार मांगो मत। जब मांगने से न मिले तो छीनने का कार्य करो। क्योंकि यह हमारा देश है, हमारा राष्ट्र है और हम अपने राष्ट्र के अंदर काफिर कहे जा रहे हैं। इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है। अदालतें अपना फैसला शीघ्र सुनाएं। अगर नहीं सुनाएंगी तो हम अब लेना भी जानते हैं। जैसे राम मंदिर को लिया है, वैसे ही कृष्ण भूमि को भी ले लेंगे। प्रश्न: क्या मथुरा में भी सनातन यात्रा जाएगी?
उत्तर: पीठाधीश्वर सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि सनातन यात्रा मथुरा जन्मभूमि भी जाएगी। हम वृंदावन से दिल्ली यात्रा लेकर जा रहे हैं। यह हमारा आखिरी अल्टीमेटम होगा कि अब या तो शीघ्र निर्णय हो, वरना हमारा निर्णय निश्चित है कि हम अब मंदिर के साथ उस मस्जिद के शिखर को देखकर हमारे तन बदन में आग लग जाती है। अब वह देखा नहीं जाता। वह गुंबद हटाना जरूरी है। वहां भगवान का शिखर होना चाहिए। वहां भगवा झंडा लहराना चाहिए। जल्द ही वहां भगवा झंडा लहराएगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि एक कार सेवा और हो।
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