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सबसे बड़ा बेटा था जयप्रकाश, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

सिटी रिपोर्टर |औरंगाबाद देव थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डूबो दिया। रफीगंज थाना क्षेत्र के करजारा गांव के तीन युवक अपनी बहन के घर से लौट रहे थे, तभी केताकी गांव के समीप उत्तर कोयल नहर पुल के पास अचानक बाइक अनियंत्रित हो गई और सीधा नहर में जा गिरी। हादसे में बाइक चला रहे 19 वर्षीय जयप्रकाश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों युवक देव प्रखंड क्षेत्र से होकर अपने गांव लौट रहे थे। बाइक चला रहा जयप्रकाश आगे-आगे चल रहा था। जैसे ही वे केताकी गांव के समीप कैनाल पुल के पास पहुंचे, सड़क पर अचानक आए तीखे मोड़ पर बाइक का नियंत्रण बिगड़ गया। तेज रफ्तार होने के कारण चालक वाहन को संभाल नहीं सका और तीनों युवक बाइक सहित नहर में जा गिरे।गिरते ही तीनों जोर से चोटिल हो गए और नहर में काफी देर तक तड़पते रहे। हादसा देख आसपास के लोग मौके पर दौड़े और स्थानीय युवकों की मदद से तीनों को नहर से बाहर निकाला। ग्रामीणों ने तत्काल उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देव पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों नीरज कुमार और छोटू कुमार की गंभीर हालत देखते हुए रेफर कर दिया। जयप्रकाश को भी सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।हादसे की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल में परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। मृतक को स्ट्रेचर पर देखते ही उसकी मां, पिता और भाई दहाड़ मारकर रोने लगे। परिजनों को संभालना मुश्किल हो गया था। अस्पताल परिसर देर रात तक मातमी सन्नाटे में डूबा रहा।घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं। शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हादसा प्रारंभिक रूप से बाइक के अनियंत्रित होने के कारण हुआ प्रतीत होता है। मामले की जांच की जा रही है। मृतक जयप्रकाश तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके छोटे भाई विकास ने बताया कि जयप्रकाश बेहद जिम्मेदार और मेहनती लड़का था। इसी वर्ष उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी और आगे की पढ़ाई के लिए ग्रेजुएशन में नामांकन कराया था। घर की आर्थिक स्थिति साधारण होने के कारण वह पिता नारायण यादव के साथ खेती-बाड़ी में हाथ बंटाया करता था। परिजनों ने बताया कि जयप्रकाश परिवार की उम्मीदों का आधार था। खेती-किसानी के काम में वह सबसे आगे रहता था और पिता की बीमारी के दौरान घर की कई जिम्मेदारियां भी उसने संभाली थीं। उसकी अचानक हुई मौत से पूरा परिवार सदमे में है। गांव में भी उसके निधन की खबर फैलते ही गहरा शोक व्यक्त किया गया। ग्रामीणों ने परिजनों से मुलाकात कर संवेदना जताई और प्रशासन से सड़क पर दुर्घटना रोकने के उपाय करने की मांग की।


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