जमुई के बरहट प्रखंड स्थित केडिया गांव में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय मिट्टी दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य मिट्टी संरक्षण और जैविक खेती को बढ़ावा देना था। जीवित माटी किसान समिति द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में मिट्टी के स्वास्थ्य, प्राकृतिक कृषि पद्धतियों और पर्यावरण संरक्षण पर विस्तृत चर्चा हुई। जिलाधिकारी नवीन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उन्होंने कहा कि केडिया गांव की मिट्टी आज भी सुरक्षित, सक्षम और उपजाऊ है। उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि यहां कुएं के पानी से खेती करने की परंपरा अब भी जीवित है। किसानों के साथ मिलकर काम करेगा प्रशासन जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि प्रशासन जैविक खेती को प्रोत्साहित करने और तकनीकी व व्यवस्थागत कठिनाइयों को दूर करने के लिए किसानों के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने बेहतर उत्पादन और बाजार उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक पहल करने की बात भी कही। पानी की कमी और सिंचाई से जुड़ी अपनी समस्याएं रखीं इस दौरान किसानों ने जिलाधिकारी के समक्ष पानी की कमी और सिंचाई से जुड़ी अपनी समस्याएं रखीं। जिलाधिकारी ने सभी मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। उपस्थित ग्रामीणों और बच्चों ने भी स्थानीय समस्याएं साझा कीं, जिनके निराकरण का भरोसा डीएम ने मौके पर ही दिया। सभी प्रतिभागियों को मृदा संरक्षण की शपथ दिलाई कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी नवीन कुमार ने सभी प्रतिभागियों को मृदा संरक्षण की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि मिट्टी का संरक्षण आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की सुरक्षा का आधार है। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी ब्रजेश कुमार, पंचायत के मुखिया अमित कुमार निराला, कृषि एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञ सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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