संभल के श्रीकल्कि धाम में निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य द्वारा भगवान श्रीकल्कि के जन्म की शास्त्रीय उद्घोषणा का समर्थन किया है। कैलाशानंद गिरी ने बताया कि भगवान कल्कि का प्रादुर्भाव संभल के कम्बोज गांव में होगा। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने वैशाख शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में ग्रह-नक्षत्र अनुकूल होने पर भगवान के अवतरण की तिथि घोषित की है। उन्होंने कहा कि जब-जब भगवान धरती पर आते हैं, तब-तब असुरों, दैत्यों और म्लेच्छों का विनाश होता है। भगवान स्वधर्मियों की रक्षा करते हैं और गऊ-ब्राह्मण, संत-सज्जन के दुखों का दमन करते हैं। कल्कि भगवान का अवतार संभल नगरी के कम्बोज ग्राम में विष्णुयश और सुमति के गर्भ से होगा। वर्तमान में, जगद्गुरु रामभद्राचार्य के मुखारविंद से कल्कि महापुराण की कथा का श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह कथा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी करोड़ों लोगों तक पहुंच रही है, जिससे वे पावन हो रहे हैं।
कैलाशानंद गिरी ने कल्कि धाम को भारत का एक ऐसा धाम बनाने की इच्छा व्यक्त की, जहां पूरी दुनिया के सनातनी आकर माथा टेक सकें और आनंद प्राप्त कर सकें। उन्होंने कल्कि पुराण के अनेक प्रमाणों का भी उल्लेख किया।
https://ift.tt/2o0D3uC
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply