गाजियाबाद में भूकंप आपदा पर 3 स्थानों पर मॉकड्रिल:DM ने कहा आम नागरिकों की भागीदारी भी जरूरी

त्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को जिले में तीन स्थानों पर मॉकड्रिल का सफल अभ्यास किया गया। सुबह 10 बजे से उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से जनपद में 7.1 रिक्टर स्केल पर भूकंप के अलर्ट के आधार पर नागरिकों को बचाव संबंधी जानकारी दी गई। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गाज़ियाबाद (DDMA) के संयुक्त तत्वावधान में जिले की तीन तहसीलों में अलग अलग आपदाओं पर व्यापक मॉक मौका अभ्यास आयोजित किए गए। तहसील सदर में ऑप्युलेंट मॉल जीटी रोड गाजियाबाद में अग्निकांड आपदा अभ्यासआग लगने की काल्पनिक स्थिति तैयार की गई। इस मौके पर अग्निशमन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, सिविल डिफेंस और आपदा मित्रों ने राहत व बचाव कार्यों का सफल प्रदर्शन किया। आम नागरिकों को भी आग की स्थिति में प्राथमिक कदमों व सुरक्षित बचाव के उपायों का अभ्यास कराया गया। मोदीनगर स्थित शुगर मिल में केमिकल रिसाव पर मॉक आपदा अभ्यास में रासायनिक गैस रिसाव की काल्पनिक घटना पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। यहां NDRF, SDRF, फायर सर्विस, स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक इकाइयों ने प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षित करने और घायलों को तत्काल चिकित्सा उपलब्ध कराने का अभ्यास किया। स्थानीय नागरिकों को भी इस दौरान सुरक्षा तकनीकों जैसे मास्क, गीले कपड़े का प्रयोग व सुरक्षित क्षेत्र की ओर निकासी के उपाय सिखाए गए। लोनी इंटर कॉलेज में भूकंप आपदा अभ्यास में इमारत ढहने की काल्पनिक स्थिति पर खोज व बचाव कार्यों का अभ्यास कराया गया। SDRF, पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, सिविल डिफेंस, NCC, स्काउट्स और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी भाग लिया। नागरिकों और बच्चों को होल्ड तकनीक का अभ्यास कराकर व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। आम नागरिकों की भागीदारी जरूरी इन अभ्यासों का समन्वय जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गाज़ियाबाद द्वारा किया गया। जबकि उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान किया। DM गाज़ियाबाद रविंद्र मांदड ने कहा कि “आपदा प्रबंधन केवल सरकारी विभागों तक सीमित नहीं है। बल्कि आम नागरिकों की भागीदारी भी उतनी ही आवश्यक है। इस प्रकार के अभ्यास न केवल प्रशासनिक तैयारियों को परखते हैं, बल्कि जनता को भी आपदा की स्थिति में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रशिक्षित करते हैं।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर