नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं। गुरुवार रात परिवार नियोजन (नसबंदी’)) के तहत 33 महिलाओं का ऑपरेशन किया गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद उन्हें बुनियादी सुविधाओं के बिना वार्डों में छोड़ दिया गया। मूलभूत सुविधाओं का अभाव ऑपरेशन के बाद मटियरिया की पूजा कुमारी, सोफवा की इंदु देवी, रोआरी की शबाना खातून और पिपरिया की संगीता कुमारी सहित अन्य महिलाओं को वार्डों में बिना किसी सुविधा के रखा गया। बेड पर चादर नहीं थी, कंबल का इंतजाम नहीं था और वार्ड की सफाई भी नदारद थी। इन हालातों में ऑपरेशन करवा चुकी महिलाएं घंटों परेशान रहीं। परिजनों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके बाद उन्हें अपने घरों और किराए की दुकानों से कंबल-बिस्तर लाकर मरीजों को देना पड़ा। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गुरुवार को ऑपरेशन करवाने के बावजूद मरीजों को नाश्ता और भोजन अस्पताल की ओर से उपलब्ध नहीं कराया गया। जबकि सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार, ऑपरेशन के तुरंत बाद मरीज को भोजन और उचित देखभाल प्रदान करना अनिवार्य है। अस्पताल प्रबंधन के विपिन राज ने इस संबंध में बताया कि कंबल अभी जिले से उपलब्ध नहीं हुए हैं और इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि शाम को दीदी की रसोइया बंद हो जाती है, जिसके कारण मरीजों को आहार उपलब्ध नहीं हो सका।
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