अररिया में विद्यालय जा रही एक शिक्षिका की गोली मारकर हत्या के विरोध में बेतिया में गुरुवार शाम शिक्षकों ने कैंडल मार्च निकाला। जिला समाहरणालय से शुरू हुए इस शांतिपूर्वक प्रदर्शन में शिक्षक समुदाय ने एकजुट होकर अपराध की निंदा की और सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की। टीईटी शिक्षक संघ ने कहा- ‘फांसी से कम स्वीकार नहीं’ टीईटी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राहुल राज ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि शिक्षिका की हत्या सामाजिक और मानवीय अपराध है। उन्होंने हत्यारों को फांसी देने की मांग की और कहा कि शिक्षक वर्ग ऐसी घटनाओं को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। एक करोड़ मुआवजा और तत्काल गिरफ्तारी की मांग संघ के प्रदेश प्रवक्ता सुनील तिवारी और मंकेश्वर राम ने भी हत्या की निंदा करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और फांसी की सजा की मांग की। उन्होंने मृत शिक्षिका के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने का आग्रह किया।प्रो. बीएन द्विवेदी ने कहा कि यह घटना पूरे बुद्धिजीवी समाज के लिए झकझोर देने वाली है और न्याय की लड़ाई हर स्तर पर जारी रहेगी। शिक्षक–सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल कैंडल मार्च में कई शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। इसमें रामप्रवेश गुप्ता, आले अहमद रज़ा, तारिक हुसैन, नवीन कुमार, मनीष, जितेंद्र राम, नूरुद्दीन, संजीत कुमार, राजेश पांडे, ददन पासवान, मुनींद्र कुमार झा, अधिवक्ता प्रमोद कुमार सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे। ‘अपराधी चाहे कोई भी हो, सख्त कार्रवाई जरूरी’ मार्च के दौरान सभी प्रतिभागियों ने कहा कि अपराध और हिंसा के खिलाफ शिक्षक वर्ग एकजुट है। उन्होंने कहा कि आरोपी चाहे कोई भी हो, उसे कानून के तहत सबसे कठोर सजा मिलनी चाहिए। क्षेत्र में आक्रोश, शिक्षक समुदाय सदमे में शिक्षिका की हत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर दिया है। शिक्षक समुदाय गहरे सदमे में है और इस घटना को लेकर आक्रोशित है। प्रदर्शनकारियों ने उम्मीद जताई कि सरकार और पुलिस प्रशासन जल्द ही सख्त कार्रवाई करेगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
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