शेखपुरा में ‘हर घर नल का जल’ योजना की गुणवत्ता और प्रगति की जांच के लिए जिलास्तरीय टीम ने 26 पंचायतों का दौरा किया। यह कार्रवाई जिलाधिकारी आरिफ अहसन की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद की गई, जिसमें योजनाओं की धीमी प्रगति और मानक के अनुरूप गुणवत्ता न होने पर चिंता जताई गई थी। जिलास्तरीय जांच दल में जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी गौतम आर्य, डीआरडीए निदेशक प्रशांत कुमार और जिला गोपनीय पदाधिकारी ललन कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। इन टीमों ने गांव-गांव पहुंचकर मिनी स्कीमों का निरीक्षण किया। गुणवत्ता की भी बारीकी से जांच की गई जांच टीमों ने यह सुनिश्चित किया कि मिनी स्कीम मानक प्राक्कलन के अनुरूप स्थापित की गई हैं या नहीं। साथ ही, यह भी जांचा गया कि योजना का लाभ वंचित घरों तक पहुंच रहा है या नहीं। योजना में उपयोग की गई सामग्री जैसे पाइप, टोटी और अन्य मशीनरी की गुणवत्ता की भी बारीकी से जांच की गई। निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों का भी अचानक निरीक्षण ‘हर घर नल का जल’ योजना के अलावा, जांच दल ने निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान निर्माण कार्य की गति और गुणवत्ता दोनों की जांच की गई, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। जांच अधिकारी गौतम आर्य ने बताया कि सभी अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट में मिली कमियों को समय सीमा के भीतर दूर किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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