बांदा में एक महिला ने नगर पालिका के एक बाबू पर पति को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। पीड़िता ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पूजा पत्नी कुलदीप ने जिलाधिकारी को बताया कि उन्होंने अपने पति की नौकरी के लिए सदर विधायक को एक लिखित आवेदन दिया था। यह आवेदन नगर पालिका पहुंचा, जहां डाक रिसीव करने वाले बाबू ने उन्हें केदार बाबू से मिलने को कहा। केदार बाबू ने पूजा के पति को सरकारी सफाई कर्मचारी के पद पर नियुक्त करवाने का वादा करते हुए 2 लाख रुपये की मांग की। केदार बाबू ने पूजा को नगर पालिका के बाहर रात 8 बजे बुलाया और 2 लाख रुपये देने को कहा। उन्होंने 20 दिनों के भीतर नौकरी लगने और पति को हर महीने 60,000 रुपये वेतन मिलने का आश्वासन दिया था। पूजा ने अपने सारे जेवर गिरवी रखकर डेढ़ लाख रुपये जुटाए और 50,000 रुपये अपनी बहन से उधार लेकर कुल 2 लाख रुपये केदार बाबू को दिए। निर्धारित 20 दिन बीत जाने के बाद जब पूजा केदार बाबू से मिलीं, तो उन्होंने बताया कि अभी नौकरी नहीं है। तीन दिन बाद जब पूजा ने अपने पैसे वापस मांगे, तो केदार बाबू ने कहा कि उन्होंने यह रकम किसी दूसरे बाबू को दे दी है और अब नौकरी आने पर ही पैसा या नौकरी मिल पाएगी। पूजा ने तीन-चार दिन पहले जिलाधिकारी को लिखित शिकायत दी थी। जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के आदेश अपर जिलाधिकारी (एडीएम) बांदा और नगर पालिका को दिए हैं। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि नगर पालिका केदार बाबू को बचाने का प्रयास कर रही है। पूजा ने जिलाधिकारी से जल्द से जल्द केदार बाबू के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि उनके छोटे नाबालिग बच्चे हैं और यदि उन्हें पैसे वापस नहीं मिले, तो उनका पूरा परिवार संकट में आ सकता है। इस संबंध में जब नगर पालिका की ईओ से बात करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने कहा कि “हर देखने वाली महिला बेचारी नहीं होती है। उसके पीछे कितना बड़ा साजिश है। जांच की जा रही है।”
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