दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी मुरादाबाद ने अधिवक्ता दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट आनंद मोहन गुप्ता ने की। इसमें जनपद न्यायाधीश, लारा कोर्ट मुरादाबाद, जैगम उद्दीन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बार के महासचिव एडवोकेट कपिल गुप्ता ने किया। गोष्ठी में वक्ताओं ने भारत की स्वतंत्रता संग्राम से लेकर वर्तमान भारत के निर्माण तक अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। बार के महासचिव कपिल गुप्ता ने बताया कि भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जो भारत के प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष थे, की जयंती को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। मुख्य अतिथि जैगम उद्दीन ने अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक न्यायाधीश के हृदय में एक अधिवक्ता सदैव जीवित रहता है। उन्होंने बार एसोसिएशन को नए अधिवक्ताओं के लिए कानूनों की जानकारी और अदालती प्रक्रियाओं पर सेमिनार आयोजित करने का सुझाव दिया, ताकि वे न्याय व्यवस्था को मजबूत करने में प्रभावी योगदान दे सकें। बार अध्यक्ष एडवोकेट आनंद मोहन गुप्ता ने कहा कि समाज में अधिवक्ताओं की स्थिति समय के साथ बदली है। उन्होंने अधिवक्ताओं के सम्मान और गरिमा को बढ़ाने को सबसे बड़ा लक्ष्य बताया। उन्होंने युवा अधिवक्ताओं से अनुशासन, प्रतिभा, वाकपटुता और ज्ञान के माध्यम से जनता को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे। इनमें अंजार हुसैन, अजय बंसल, पुनीत चौहान, सचिन शर्मा, आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ, जितेंद्र प्रताप सिंह जे.पी., रमापंत पांडेय, अनिल गुप्ता, आशीष उपाध्याय, शिवकुमार गौतम, सुरेश सिंह, कैलाश सिंह, जाबिर हुसैन, अभिनव भट्ट, पंकज शर्मा, काजल सिंह, फिरोज आलम, सचिन कुमार, सुनील कुमार सक्सेना, बार के पूर्व अध्यक्ष आदेश श्रीवास्तव व अशोक कुमार सक्सेना, तथा पूर्व महासचिव राकेश जौहरी सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल थे।
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