उन्नाव जिले में कोडीन युक्त सिरप की अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी गौरांग राठी के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय टीम ने बांगरमऊ और रसूलाबाद क्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ। टीम में औषधि निरीक्षक अशोक कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आनंद कुमार नायक और नायब तहसीलदार पूर्णिमा तिवारी शामिल थे। जांच में सामने आया कि कोडीन युक्त सिरप की भारी मात्रा थोक में खरीदी गई थी और उसे मेडिकल स्टोरों के माध्यम से बेचा जा रहा था। बांगरमऊ क्षेत्र में संचालित थोक मेडिकल फर्म अंबिका हेल्थ केयर ने पहले 12 हजार शीशी और फिर लखनऊ की फर्म इधिका से 1 लाख 7 हजार से अधिक शीशियों की खरीद की। यह कोडीन युक्त सिरप प्रतिबंधित श्रेणी में आता है और नशे के तौर पर बड़े पैमाने पर इसका प्रयोग किया जाता है। टीम ने पाया कि अंबिका हेल्थ केयर ने यह सप्लाई दो अन्य मेडिकल स्टोरों के माध्यम से आगे बेची। औषधि निरीक्षक अशोक कुमार ने अंबिका हेल्थ केयर के प्रोपराइटर अजय कुमार, निवासी परशुरामपुर, के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि अजय कुमार ने नशे के लिए कोडीन सिरप बेचने में संलिप्तता दिखाई। लखनऊ मंडल के औषधि आयुक्त कार्यालय से प्राप्त अतिरिक्त रिपोर्ट में भी पुष्टि हुई कि 22 अगस्त 2024 से 8 अक्टूबर 2025 के बीच अंबिका हेल्थ केयर ने कुल 1,07,890 शीशियों की विशाल सप्लाई ली थी। जांच के दौरान बांगरमऊ कस्बे के मोहल्ला नौनिहालगंज स्थित अजय मेडिकल स्टोर का नाम भी सामने आया, जिसे अजय कुमार के भाई अरुण कुमार द्वारा संचालित बताया गया। टीम को यहां भी रिकॉर्ड में अनियमितताएं मिलीं। रसूलाबाद के नंदिनी मेडिकल स्टोर की बिलिंग भी संदिग्ध पाई गई। दोनों दुकानों का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और दुकानें फिलहाल सील हैं। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आनंद कुमार नायक ने बताया कि अंबिका हेल्थ केयर द्वारा करोड़ों रुपए मूल्य की करीब 1 लाख 19 हजार से अधिक शीशियों की खरीद की गई थी, जो एक गंभीर मामला है। उन्होंने यह भी बताया कि दो मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं।
https://ift.tt/t84i5Zm
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply