मुजफ्फरनगर के खतौली में अवैध वसूली और दहशत फैलाने के आरोपों में फरार चल रहे विनय उर्फ किक्की जैन को बुधवार दोपहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लंबे समय से उसकी तलाश की जा रही थी। गिरफ्तारी के बाद वसूली गैंग के बड़े नेटवर्क के उजागर होने की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। पुलिस ने मंगलवार रात किक्की के कई सहयोगियों से देर तक पूछताछ की थी। इसी के बाद से उसकी गिरफ्तारी की उम्मीद और तेज हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक, किक्की के मोबाइल फोन में वसूली गैंग से जुड़े अवैध गतिविधियों का पूरा रिकॉर्ड मौजूद है। किस निर्माणाधीन भवन पर दबाव बनाया गया, कितनी रकम वसूली गई और इस धंधे में कौन-कौन शामिल था, इसका पूरा ब्योरा उसके फोन में दर्ज है। एमडीए के जेई राजीव कोहली की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में भी गैंग की धमकाने की रणनीति और उगाही के तरीकों का विस्तार से जिक्र है। आरोप है कि किक्की जैन निर्माणाधीन भवनों की शिकायतों को हथियार बनाकर इलाके में भय का माहौल बनाता था, जिससे लोग उसकी मनमानी वसूली चुकाने पर मजबूर हो जाते थे। किक्की का नेटवर्क निर्माण स्थलों पर मौके देखकर शिकायतें दर्ज कराता, दबाव बनाता और फिर रकम की वसूली करवाता था। इसके लिए उसके कई ‘फील्ड एजेंट’ सक्रिय रहते थे। पुलिस अब इन सहयोगियों को भी रडार पर लेकर पूछताछ कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गैंग की दादागिरी के कारण कोई खुलकर विरोध नहीं कर पाता था। पुलिस की कार्रवाई तेज होने के बाद गैंग से जुड़े कई संदिग्ध खुद को बचाने के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं। कुछ लोग इन दिनों खुद को प्रशासन समर्थक बताकर अपनी छवि सुधारने की कोशिश में जुटे हैं। किक्की की गिरफ्तारी के बाद खतौली में बड़े खुलासों की चर्चा तेज है। पुलिस का साफ संकेत है कि इस काले खेल में शामिल कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान क्षेत्र को अवैध वसूली की भय-छाया से मुक्त कराने का निर्णायक चरण साबित हो सकता है। उधर, गिरफ्तारी के बाद विनय उर्फ किक्की जैन ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खुद को निर्दोष बताया है।
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