पूर्णिया शहर में ठंड और कोहरा बढ़ते ही चोरी और छिनतई जैसी वारदातें बढ़ जाती हैं। जिस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने नया और मजबूत सिस्टम तैयार किया है। एसपी स्वीटी सहरावत ने रातभर चौकसी के लिए फोर लेयर पेट्रोलिंग मॉडल शुरू किया है। इसका मकसद रात में होने वाले हर छोटे-बड़े अपराध को पूरी तरह रोकना होगा। शहर के सभी संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर लिया है, जहां रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक लगातार गश्त होगी। खास बात यह है कि ये गश्त चार अलग-अलग चरणों में होगी। चार अलग-अलग टीम तैनात एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि सर्दियों में विजिबिलिटी कम होने के कारण रात गए होने वाली आपराधिक घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में शहर के सभी संवेदनशील इलाकों को चिन्हित किया गया है। देर रात जिन इलाकों, घरों के आस-पास या गलियों में चोरी या फिर छिनतई जैसी घटनाओं की आशंका रहती है, वहां अलग-अलग टीमों को तैनात किया गया है। पुलिस की ये गश्त चार स्टेप में बांटी गई है। हर चरण का समय तय है और उसका उद्देश्य भी स्पष्ट है। पहला चरण रात 10 बजे से शुरू होता है। इस दौरान पुलिस सबसे पहले बाजार और व्यावसायिक क्षेत्रों में गश्त कर रही है। देर रात तक खुली छोटी दुकानों या गुमटियों को बंद कराया जाता है और जहां लोग अनावश्यक रूप से खड़े होते हैं, उनकी जांच की जा रही है। अपराध की शुरुआत अक्सर भीड़ और अव्यवस्था से होती है, इसलिए पुलिस पहले इस हिस्से को कंट्रोल करती है। दूसरा चरण रात 12 बजे से शुरू होता है, जिसे पुलिस ने सबसे अहम बताया है। इस समय पुलिस टीम उन पुराने अपराधियों के घर जा रही है, जो पहले चोरी, गृह भेदन या एनडीपीएस के मामले में पकड़े गए हैं। जिन पर शक हो कि वे फिर से सक्रिय हो सकते हैं, उनके घर जाकर दस्तक दी जाती है और स्थिति पर निगरानी रखी जाती है। हाल ही में जमानत पर बाहर आए लोगों की भी गतिविधियों पर खास निगरानी रखी जा रही है। शहर में 24 घंटे पुलिस टीम एक्टिव तीसरा चरण रात के सबसे शांत समय में 2 बजे से 4 बजे तक चलता है। इस समय पुलिस सायरन बजाते हुए गलियों और सुनसान राहों से गुजरती है। सायरन का उद्देश्य सिर्फ आवाज करना नहीं, बल्कि अपराधियों को यह महसूस कराना है कि पुलिस हर समय मौजूद है। कई बार अपराधी इसी समय सक्रिय होते हैं, इसलिए पुलिस उनकी हर कोशिश पर ब्रेक लगाने का काम कर रही है। चौथा और अंतिम चरण सुबह 4 बजे से 5 बजे तक चलता है। यह वह समय है जब लोग मॉर्निंग वॉक पर निकलते हैं या कुछ लोग सुबह-सुबह काम पर जाते हैं। ऐसे समय में मोबाइल और चेन स्नैचिंग जैसी घटनाएं आमतौर पर होती हैं। इसलिए पुलिस इन इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह की छिनतई की कोशिश को शुरुआत में ही रोका जा सके। आपराधिक मामलों में 60 फीसद तक गिरावट एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि पुलिस की लगातार कोशिशों की वजह से अक्टूबर से नवंबर के बीच रात गए होने वाली आपराधिक मामलों में 60 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है। नया मॉडल और भी असर दिखाएगा और चोरी की घटनाएं लगभग खत्म हो जाएगी। इस पूरी व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए पुलिस ने एक नया नियम भी लागू किया है। अब हर शनिवार को चोरी और छिनतई के पुराने आरोपी थाने में हाजिरी देंगे। पहले ये हाजिरी सिर्फ आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस से जुड़े आरोपियों के लिए होती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर चोरी के मामलों पर भी लागू कर दिया गया है।
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