बदायूं में पशु प्रेमियों और हिंदूवादी संगठनों ने मेवाती गैंग के 8 सदस्यों को पकड़ा है। पुलिस टीम भी इस कार्रवाई में शामिल रही। गैंग ने मंगलवार रात उझानी कोतवाली क्षेत्र से 30 गोवंशों को एक कंटेनर में लादा था, जिन्हें बाद में गोमांस तस्करों को बेचने की योजना थी। पुलिस ने पशु प्रेमियों की सूचना पर मौके पर पहुंचकर सभी आरोपियों को हिरासत में लिया और थाने ले आई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। मेवाती गैंग जिलेभर में सक्रिय है। ये सदस्य खेतिहर इलाकों में पशुपालक बनकर घूमते हैं। वे अपने साथ कुछ गोवंश रखते हैं, जिनकी आड़ में वे घुमंतू गोवंशों को धीरे-धीरे इकट्ठा करते हैं। गोवंश एकत्र होने के बाद, वे तस्करों को सूचना देते हैं और सौदेबाजी के बाद तस्कर अपने वाहनों से गोवंशों को वध के लिए ले जाते हैं। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से उझानी, सहसवान, कादरचौक और उसावां थाना क्षेत्रों में चल रहा था। बुधवार को पशु प्रेमियों की टीम और गौरक्षा संगठन के पदाधिकारियों को सहसवान कोतवाली क्षेत्र में इस गैंग की मौजूदगी की सूचना मिली। सूचना पर वे मौके पर पहुंचे और पुलिस को भी बुलाया। इसके बाद आठ मेवाती सदस्यों को पकड़ा गया, जिनमें पांच महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं। इन महिलाओं के साथ दो बच्चे भी थे। गैंग के पास से 40 से अधिक गोवंश बरामद हुए। पूछताछ में आरोपियों ने उझानी से 30 गोवंशों को ट्रक में लादकर तस्करों को बेचने की बात कबूल की है। सहसवान कोतवाली में उनसे आगे की पूछताछ जारी है। इस धरपकड़ अभियान में पीएफए जिलाध्यक्ष विकेंद्र शर्मा, संजीव प्रजापति और विभोर शर्मा जैसे लोग शामिल थे।
https://ift.tt/X6SmWt2
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply