जमुई में भाकपा माले (CPI-ML) ने बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान और बुलडोजर कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहर के कचहरी चौक स्थित अंबेडकर प्रतिमा के सामने एक दिवसीय धरना दिया। धरने का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले नेता बाबू साहब सिंह ने सरकार पर गरीब-विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव खत्म होते ही सरकार अपने “असली एजेंडे” पर लौट आई है और बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के गरीब, दलित, छोटे व्यवसायियों और फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ा जा रहा है। अतिक्रमण हटाओ अभियान में गरीबों के हितों की अनदेखी का आरोप सिंह ने सवाल उठाया कि जब सरकार गरीबों को न जमीन, न आवास और न ही रोजगार का स्थायी विकल्प दे रही है, तो उन्हें हटाना अमानवीय है। उन्होंने जमुई जिला प्रशासन द्वारा 10 दिसंबर से शुरू किए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में गरीबों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया। पार्टी राज्यभर में एक व्यापक आंदोलन करेगी भाकपा माले नेता ने चेतावनी दी कि यदि सरकार पीछे नहीं हटती और वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करती, तो पार्टी राज्यभर में एक व्यापक आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष गरीबों की लड़ाई है और इसे हर स्तर पर लड़ा जाएगा, जो आने वाले दिनों में निर्णायक होगा। 10 दिसंबर से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा दूसरी ओर, जमुई जिला प्रशासन ने एक पत्र जारी कर बताया है कि 10 दिसंबर, 2025 से शहर की प्रमुख सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। जिलाधिकारी के निरीक्षण में पाया गया कि कई दुकानदार और ठेला व्यवसायी सड़क किनारे अवैध कब्जा जमाए हुए हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अभियान से पहले नोटिस और पर्याप्त प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। भाकपा माले नेताओं ने सरकार से मांग की है कि अतिक्रमण हटाने से पहले गरीबों को वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए, अन्यथा उनका विरोध जारी रहेगा।
https://ift.tt/crq4egB
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply