श्रावस्ती के सिरसिया क्षेत्र के मसहा कला गांव में बिजली चोरी रोकने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत विजिलेंस टीम ने छापेमारी की। इस दौरान टीम ने दो उपभोक्ताओं को बिजली के खंभे से सीधे तार जोड़कर अवैध रूप से बिजली का उपयोग करते रंगे हाथों पकड़ा। मौके पर न तो बिजली मीटर मिला न ही उपभोक्ता बिजली कनेक्शन से संबंधित कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत कर सके। विजिलेंस टीम के अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए दोनों उपभोक्ता बिजली के खंभे से सीधे तार जोड़कर बिजली का इस्तेमाल कर रहे थे। जब उनसे कनेक्शन से जुड़े कागजात मांगे गए, तो वे कोई भी वैध प्रमाण पत्र नहीं दिखा पाए। अधिकारियों ने यह भी कहा कि इस तरह की बिजली चोरी से विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान होता है और विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर भी अनावश्यक दबाव पड़ता है। विजिलेंस टीम ने जानकारी दी कि पकड़े गए दोनों मामलों में बिजली अधिनियम के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की जाएगी। इसके अतिरिक्त, विभागीय नियमों के अनुसार उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा, जिसे उपभोक्ताओं को अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिजली चोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में भी क्षेत्र में ऐसी छापेमारी जारी रहेगी। इस बीच, श्रावस्ती में उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए एक बिजली बिल राहत योजना 1 दिसंबर से प्रभावी हो चुकी है। उपखंड अधिकारी राजीव यादव ने बताया कि यह योजना तीन चरणों में लागू की जा रही है। योजना का पहला चरण 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें उपभोक्ताओं का पूरा ब्याज माफ किया जाएगा। दूसरा चरण 1 जनवरी से 31 जनवरी तक और तीसरा चरण 1 फरवरी से 28 फरवरी तक चलेगा। विभाग के अनुसार, योजना शुरू होने के पहले ही दिन 250 उपभोक्ताओं ने अपने बिजली बिल जमा किए और ब्याज माफी का लाभ उठाया। अधिकारियों ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बिजली चोरी जैसे अवैध तरीकों से बचें। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि विभाग द्वारा चलाई जा रही राहत योजनाओं का लाभ उठाकर अपने बकाया बिजली बिल समय पर जमा करें।
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