दिसंबर की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत की हवा में सर्दी की ठिठुरन बढ़ने लगी है। पिछले दो दिनों से लगातार बह रही पछुआ हवाओं ने तापमान को तेजी से नीचे चला गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार इस बार सर्दियों का असर पिछले वर्षों की तुलना में अधिक कड़ा रहने वाला है। दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 के बीच रातें ही नहीं बल्कि दिन भी सामान्य से अधिक ठंडे रहने का अनुमान जताया गया है। विभाग के मुताबिक इस बार शीतलहर के दिनों की संख्या में भी इजाफा होगा, जो आमतौर पर उत्तर प्रदेश में चार से छह दिन होती है, लेकिन इस सीजन में इसके दो से पांच दिन और बढ़ने की संभावना है। ला-नीना का दिख रहा है असर
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ला-नीना की कमजोर पड़ती स्थिति और हिंद महासागर के तटस्थ प्रभाव की वजह से इस बार औसत तापमान सामान्य से कम बना रहेगा। इन दोनों कारकों के संयुक्त प्रभाव के कारण उत्तर, मध्य और प्रायद्वीपीय भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की आशंका है। वहीं पूर्वोत्तर भारत और हिमालय की तलहटी से लगे इलाकों में अधिकतम तापमान थोड़ा अधिक भी रह सकता है। नवंबर माह में भी इसकी शुरुआत दिख चुकी है, जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 1–2 डिग्री और अधिकतम तापमान 1–3 डिग्री कम दर्ज किया गया। यूपी के 12 जिलों का पारा 10 डिग्री से कम
यूपी में सर्दी के तेवर अभी से दिखने लगे हैं। राज्य के 12 जिलों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। सुबह के समय कई क्षेत्रों में घना कोहरा छाने से दृश्यता कम हो रही है, जिससे सड़क और स्थानीय परिवहन पर असर पड़ रहा है। सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार यूपी का सबसे ठंडा शहर अयोध्या रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे निचला स्तर माना जा रहा है। ठंड की इस शुरुआती दस्तक ने ही लोगों को भारी गर्म कपड़े निकालने पर मजबूर कर दिया है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इस बार शीतलहर का प्रकोप बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि ला-नीना की कमजोर स्थिति, पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर-पश्चिमी हवाओं का दबदबा इस बार तापमान को तेजी से नीचे धकेल सकता है। राजधानी लखनऊ सहित गंगा के मैदानी हिस्सों में सामान्य से अधिक ठंड पड़ने की आशंका है। जरूरत की खबर भी पढ़िए… सर्दियों में बढ़ सकता है जॉइंट पेन: हेल्दी फूड और एक्सरसाइज जरूरी, डॉक्टर से जानें टिप्स सर्दियों के मौसम में जोड़ों में दर्द व अकड़न की समस्याएं बढ़ जाती हैं। दरअसल तापमान में कमी के कारण ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं, जिससे जोड़ों में ब्लड फ्लो कम हो जाता है और दर्द महसूस होता है। इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटी कम होने के कारण भी ऐसा हो सकता है। यह स्थिति खासकर बुजुर्गों और आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में ज्यादा दर्दनाक होती है। मार्च 2014, में नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी बताती है कि, सर्दियों में आर्थराइटिस के लक्षण बढ़ जाते हैं। सर्दियों में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ता है? इससे कैसे बचा जा सकता है…पढ़ें पूरी खबर…
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