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इकलौते बेटे की मौत से मां बदहवास, हालत बिगड़ी:पिता भी बिलख बिलखकर रोए, देर शाम लक्ष्य का शव लेकर मुजफ्फरनगर रवाना हुए परिजन

मेरठ के कंकरखेड़ा में इकलौते बेटे लक्ष्य को खोने वाली गुड़िया बदहवास है। मंगलवार को पूरा दिन वह बेटे को याद कर रोती रही, जिससे गुड़िया की हालत बिगड़ गई। शाम को डाक्टर को बुलाना पड़ा। कुछ घंटे बाद ही लक्ष्य के पिता दीपक भी घर आ गए जो बेटे के शव से लिपटकर खूब रोये। बाद में परिजन शव लेकर मुजफ्फरनगर के गोयला गांव के लिए रवाना हो गए। पहले एक नजर डालते हैं घटना पर मूलरूप से मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर अंतर्गत स्थित ग्राम गोयला निवासी दीपक बालियान बीएसएफ में तैनात हैं। उन्होंने अपना एक घर मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित सैनिक विहार सी-ब्लॉक में बनाया हुआ है। वर्तमान में दीपक की तैनाती त्रिपुरा में चल रही है। सोमवार शाम दीपक के इकलौते 13 वर्षीय बेटे लक्ष्य की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। लक्ष्य का शव बाथरूम के अंदर स्कूल आईकार्ड के रिबन के सहारे लटका मिला। बेटे की मौत से घर में मचा कोहराम दीपक के ड्यूटी पर जाने के बाद घर की जिम्मेदारी गुड़िया संभालती है। परिवार में तीन बच्चे थे, जिनमें लक्ष्य दूसरे नंबर का था। बताया जाता है कि सोमवार को गुड़िया अपनी छोटी बेटी को दवा दिलाने के लिए गई हुई थी। वापस लौटी तो देखा कि लक्ष्य बेसुध पड़ा है। आस पड़ौस के लोगों की मदद से लक्ष्य को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मां गुड़िया की बिगड़ी हालत सूचना मिलते ही दीपक घर के लिए रवाना हो गए। मंगलवार सुबह से गुड़िया बार बार अपने बेटे लक्ष्य को याद कर बदहवास हो रही थी। जैसे तैसे आस पड़ौस की महिलाओं ने संभालने की कोशिश की लेकिन शाम होते होते हालत बिगड़ती चली गई, जिस कारण डाक्टर को बुलाया गया। गुड़िया का ब्लड प्रेशर अप-डाउन हो रहा है। घर पर लगा रिश्तेदारों का जमावड़ा पहले परिजन लक्ष्य के शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर रहे थे लेकिन फिर उन्होंने हामी भर दी। पुलिस ने शव मोर्चरी भेज दिया। माना जा रहा था कि जब तक शव मिलेगा, तब तक दीपक भी घर जाएंगे। शाम को शव घर पहुंचा तो रिश्तेदारों का जमावड़ा लग गया। परिवार को बदहवास देख वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम दिखी। बेटे से लिपटकर खूब रोये दीपक बीएसएफ में तैनात दीपक दीपावली पर छुट्टी आए हुए थे। छुट्टी खत्म हुई तो वह वापस चले गए लेकिन पता नहीं था कि इतनी जल्दी उन्हें वापस लौटना होगा। शाम को दीपक घर पहुंचे तो वह भी फूट फूटकर रोने लगे। लक्ष्य के शव से लिपटकर खूब रोये। रिश्तेदारों ने बामुश्किल संभाला। इसके बाद परिजन लक्ष्य के शव को लेकर पैतृक गांव मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर अंतर्गत स्थित ग्राम गोयला के लिए रवाना हो गए। पोस्टमार्टम में हैंगिंग की हुई पुष्टि सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि लक्ष्य का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया, जिसे लेकर वह गांव के लिए रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम में हैंगिंग की पुष्टि हुई है। इससे स्पष्ट हो गया है कि फांसी लगने से जान गई है।


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