जालौन के प्राचीन कालपी स्थित मां बनखंडी देवी मंदिर के पीला घाट पर सोमवार शाम सुंदरकांड पाठ और दीपदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य मंदिर के महत्व को बढ़ाना और यमुना नदी की पवित्रता के प्रति जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम का नेतृत्व मंदिर के महंत जमुना दास महाराज ने किया, जबकि तिरंगा अगरबत्ती के प्रोपराइटर नरेंद्र शर्मा प्रमुख आयोजक रहे। इसमें नगर सहित जिले भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सुंदरकांड पाठ की गूंज और दीपदान की रोशनी से यमुना तट का वातावरण भक्तिमय हो गया। इस अवसर पर महंत जमुना दास महाराज ने मां यमुना की पवित्रता बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यमुना नदी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व गहरा है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इसे स्वच्छ रखने में योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से यमुना में गंदगी, प्लास्टिक, पूजा सामग्री या प्रदूषित पानी न बहाने की अपील की। महंत जमुना दास ने आगे कहा कि हिंदू धर्म में गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी, मंदाकिनी और नर्मदा जैसी नदियों का विशेष स्थान है। ये नदियां न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर हैं, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र भी हैं। उन्होंने जोर दिया कि इन पवित्र नदियों को प्रदूषणमुक्त रखने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ जन जागरूकता ही इन नदियों को बचाने का सबसे प्रभावी तरीका है। कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दीपदान में भाग लिया और मां यमुना से क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर धर्मेंद्र सिंह चौहान, कौमल ठाकुर, शशिकांत सिंह चौहान, सुबोध द्विवेदी, नीतू गुप्ता, पवनदीप निषाद, नरेंद्र कुमार तिवारी, मनीष पांडे, गुड्डू शुक्ला सहित नगर एवं जिले के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। हजारों श्रद्धालु कार्यक्रम में हुए शामिल भव्य कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। इसके साथ ही अयोध्या के रामदिनेशाचार्य के साथ बड़ी संख्या में संत समाज भी शामिल हुआ। कार्यक्रम के आयोजक पंडित नरेंद्र शर्मा ने कहा कि इस तरह के आयोजन से लोगों को पता चलता है कि हमारी सभ्यता क्या है और हमें किस तरह से नदियों की देखरेख करनी चाहिए।
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