सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की नई व्यवस्था के तहत हरदोई जनपद में वाहनों की मैनुअल फिटनेस जांच 1 जनवरी से बंद हो जाएगी। केंद्र सरकार के आदेश के अनुसार, हरदोई उन 35 जिलों में से एक है जहां मैनुअल जांच और फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने की सुविधा समाप्त की जा रही है। परिवहन विभाग के निर्देशों के अनुसार, अब केवल स्वचालित परीक्षण केंद्रों (एटीएस) पर ही वाहनों की फिटनेस जांच की जाएगी। चूंकि हरदोई में अभी तक कोई स्वचालित परीक्षण केंद्र स्थापित नहीं हुआ है, इसलिए वाहन मालिकों को अपने परिवहन वाहनों की जांच के लिए राजधानी लखनऊ स्थित एटीएस पर जाना होगा। इससे वाहन चालकों को अतिरिक्त समय और खर्च वहन करना पड़ेगा। आरआई उमेश कटियार ने बताया कि नई प्रणाली से वाहन फिटनेस जांच प्रक्रिया अधिक तकनीकी, पारदर्शी और वैज्ञानिक बनेगी। मशीनों द्वारा ब्रेक, उत्सर्जन स्तर, सस्पेंशन, हेडलाइट, साइड-स्लिप और शोर स्तर जैसी सभी जांचें डिजिटल रिपोर्ट में दर्ज की जाएंगी। इससे मानवीय त्रुटियों और भ्रष्टाचार की संभावना समाप्त हो जाएगी। इस नई व्यवस्था से एआरटीओ कार्यालय में कार्यरत सुविधादाताओं और कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि उनकी आय प्रभावित होगी। वहीं, वाहन मालिकों को जांच के लिए बार-बार लखनऊ की यात्रा करनी पड़ेगी। विभागीय अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि जब तक हरदोई में स्वचालित परीक्षण केंद्र स्थापित नहीं हो जाता, तब तक वाहन स्वामियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
https://ift.tt/9StYMrs
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply