डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित हुई। उन्हें स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण – SIR) के संबंध में समस्त नियमों और प्रक्रियाओं से अवगत कराया गया। 22 साल बाद हो रहा एसआईआर डीएम ने कहा कि लगभग 22 वर्ष के अंतराल के बाद यह विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण हो रहा है। पिछली बार वर्ष 2003 में इस तरह का विशेष अभियान संपादित किया गया था। उन्होंने कहा कि यह अभियान मतदाता सूची को शुद्ध और समावेशी बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा इसकी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। 28 अक्टूबर से शुरु होगा काम बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 28 अक्तूबर से तीन नवम्बर तक तैयारियां, प्रशिक्षण और गणना प्रपत्रों का मुद्रण होगा। चार नवम्बर से चार दिसम्बर तक बीएलओ घर-घर जाकर प्रपत्र वितरित करेंगे। नौ दिसम्बर को आलेख्य मतदाता सूची प्रकाशित होगी। नौ दिसम्बर से आठ जनवरी तक दावे और आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी। 9 दिसम्बर से 31 जनवरी तक नोटिस जारी करने, सुनवाई, सत्यापन और निस्तारण का कार्य संपन्न होगा। अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी। सभी दल बूथ लेवल एजेंट नामित करें बताया कि गणना प्रपत्र-3, 27 अक्तूबर 2025 की मतदाता सूची के आधार पर प्रकाशित होगा। इस गणना प्रपत्र पर संबंधित बीएलओ का नाम और क्यूआर कोड अंकित रहेगा। राजनीतिक दलों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि सभी दल अपने बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) नामित करें और मतदाताओं को प्रपत्र भरने में सहयोग दें। साथ ही अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करें ताकि अधिक से अधिक पात्र नागरिकों के नाम सूची में जुड़ सकें और त्रुटियां सुधारी जा सकें। पोर्टल पर जाने अपनी स्थिति नागरिक अपने नाम की स्थिति और जानकारी निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://www.nvsp.in या वोटर हेल्पलाइन एप पर भी देख सकेंगे। डीएम ने कहा कि प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम इसमें शामिल होना लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती के लिए आवश्यक है। सभी राजनीतिक दल इसमें सक्रिय सहयोग करें। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. विवेक चतुर्वेदी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर अनुभव सिंह आदि रहे।
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