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नाले में डुबोया, करंट लगाया, मरी नहीं तो गला घोंटा:बहन बोली- क्यों न डरूं सम्राट चौधरी जी, खुले घूम रहे भाई-बहन के हत्यारे, धमकी दे रहे

‘पहले नाले में डुबोकर मारना चाहा, फिर करंट लगाया। इतने पर भी नहीं मरी तो 6 महीने बाद गमछे से गला घोंट दिया। भाई पहुंचा तो उसे फंदे से टांग दिया। घर में घुसकर मुझसे और मेरी बहनों से छेड़खानी करता था। मार डालने की धमकी देता था।’ रीना कुमारी इतना कहते हुए फूट-फूटकर रोने लगती है। पिछले दिनों उसकी एक बहन और भाई की हत्या कर दी गई। अपने आंसुओं को पोछते हुए कहती है, ‘हमको न्याय चाहिए। गृह मंत्री सम्राट चौधरी कहते हैं किसी को डरने की जरूरत नहीं। सम्राट साहब मेरे भाई-बहनों को मारने वाले खुला घूम रहे हैं। हमें भी खत्म करने की धमकी दे रहे हैं। हम कैसे न डरें?’ 23 नवंबर को कैमूर के चैनपुर थाना क्षेत्र में भाई-बहन फंदे से लिपटे मिले थे। दोनों की मौत हो गई। यह घटना कैसे घटी? हत्या क्यों की गई? पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट… पहले जानिए क्या हुआ था? कैमूर के चैनपुर थाना क्षेत्र के हरगांव में रहने वाले धुरबिगन राजभर की 10 साल की बेटी शिवानी और 13 साल के बेटे सुधार की हत्या हुई है। 23 नवंबर को दोनों फंदे से लिपटे मिले थे। उसी दिन शिवानी की मौत हो गई। 28 नवंबर को सुधार की मौत हुई। धुरबिगन के 7 बच्चे (तीन बेटा-चार बेटी) थे। अब 5 बचे हैं। धुरबिगन ने बेटे-बेटी की हत्या के आरोप 9 लोगों (छकौड़ी राजभर, गोगा मियां, इमरान मियां, विमल बिंद, अंबिका बिंद, बिन्दु बिंद, सुदर्शन बिंद, केरा बिंद और बिहारी बिंद) पर लगाए हैं। मुख्य आरोपी बिहारी और विमल हैं। आरोप है कि धुरबिगन जिस 56 डिसमिल सरकारी जमीन पर मिट्टी के घर में रह रहे हैं, उस पर कब्जे के लिए बिहारी और विमल धमकी दे रहे थे। मिट्टी का घर, बच्चों के चेहरे पर खौफ हम चैनपुर के हरगांव पहुंचे। पहाड़ किनारे बसे इस गांव के लोगों से बात की। सबकी जुबान पर इसी घटना का जिक्र था। लोगों ने कहा- ‘बहुत बुरा हुआ। बड़ी बेरहमी से दोनों बच्चों को मारा गया।’ गांव के बाहर धुरबिगन राजभर का घर है। इनके बेटे-बेटी की हत्या हुई है। हम धुरबिगन के दरवाजे पर पहुंचे। घर के बाहर बच्चे मिले। सबके चेहरे पर खौफ साफ दिख रहा था। घर के अंदर से बच्चों की मां के रोने की आवाज आ रही थी। हमने पूछा- पापा कहां हैं? यह सुनकर बच्चों ने मम्मी-पापा को बुलाया। धान की बाली चुनने गई थी शिवानी, नहीं लौटी पिता धुरबिगन ने बताया, ‘मेरी बेटी शिवानी, मेरे भाई की बेटी चांदनी के साथ गांव के बाहर खेतों से धान की बाली चुनने गई थी। दोनों अलग-अलग दिशा में धान चुनने के लिए बढ़ गईं। काफी देर तक शिवानी नहीं लौटी तो चांदनी उसे खोजने लगी।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा सुधार कुमार साइकिल से उसी तरफ गया। चांदनी ने सुधार से कहा कि शिवानी अभी तक नहीं लौटी है। उसे खोजो। इसके बाद दोनों शिवानी को खोजते-खोजते इस्माइलपुर गांव के एक खेत में बनी झोपड़ी में गए। देखा कि शिवानी के गले में गमछा कसकर बंधा है।’ धुरबिगन ने कहा, ‘मेरे बेटे ने चांदनी को घर भेजा ताकि हमें बता सके। वह खुद वहीं रुक गया। चांदनी दौड़ते-दौड़ते आई। बताया कि किसी ने शिवानी को मार दिया है। हमलोग पहुंचे तो देखा कि शिवानी जमीन पर पड़ी थी। सुधार उसी झोपड़ी में गमछे के फंदे से झूल रहा था।’ जवान बेटियां हैं, घर में घुसकर करते थे छेड़खानी इसके बाद हमने मृतक बच्चों की मां उर्मिला देवी से बात की। उन्होंने कहा, ‘हमलोग गरीब हैं। मजदूरी करते हैं। सरकारी जमीन पर मिट्टी का घर बनाकर रह रहे हैं। न अपना पक्का घर है न जमीन।’ उर्मिला ने कहा, ‘जिस जमीन पर हमारा घर है उस पर गांव के कुछ लोग कब्जा करना चाहते हैं। वे लोग काफी समय से परेशान कर रहे हैं। घर में घुसकर जवान बेटियों से छेड़खानी करते थे। बिहारी बिंद ने मेरे बच्चों को नल से पानी पीने के चलते जान से मारने की धमकी दी थी।’ मेरे बेटे-बेटी की हत्या की गई, शरीर पर नाखून के निशान थे उर्मिला देवी ने कहा, ‘मेरे बेटे-बेटी की हत्या की गई। दोनों के शरीर पर नाखून के निशान थे। शरीर में खून जम गया था। बेटे के बांह को कसकर पकड़ने के निशान थे। देखने से साफ पता चल रहा था कि एक आदमी ने पकड़ा और दूसरे ने फांसी लगाई।’ उन्होंने कहा, ‘सुधार जिंदा था, लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा था। हम दोनों को लेकर हॉस्पिटल गए। डॉक्टरों ने शिवानी को मृत बता दिया। सुधार का इलाज चला। 7 दिन बाद उसकी भी मौत हो गई। जहां घटना घटी वहां बाइक के निशान मिले। लोगों के जूते के निशान मिले। बेटे के इलाज के समय कुछ लोग बार-बार हॉस्पिटल पहुंच रहे थे। वे लोग अभी भी जान से मार देने की धमकी दे रहे हैं।’ घर में घुसकर छेड़खानी करता था बिहारी बिन्द हमने मृतक बच्चों की बड़ी बहन रीना कुमारी से बात की। पूछा कि क्या पहले भी कोई घटना हुई थी। इसपर रीना ने कहा, ‘बिहारी बिंद और विमल बिंद हमें यहां से भगाना चाहते थे। हमारा घर 56 डिसमिल सरकारी जमीन पर है। वे इसपर कब्जा करना चाहते थे।’ रीना बोली, ‘हमलोग यहां कई साल से रह रहे हैं। सरकार से रजिस्ट्रेशन भी कराया है। विमल यहां हॉस्पिटल खोलना चाहता है। इसलिए बार-बार हमें भगाने की कोशिश करता है। बिहारी मेरे घर में घुस जाता था। मेरे साथ और मेरी तीसरे नंबर वाली बहन के साथ छेड़खानी करता था।’ 6 महीने पहले की थी करंट लगाकर मारने की कोशिश रीना ने कहा, ‘बिहारी ने पहले भी शिवानी की हत्या की कोशिश की थी। 6 महीने पहले उसे खेत में बहने वाले नाले में डुबोकर मारने की कोशिश की। नहीं मरी तो बिजली का झटका दिया। उस समय शिवानी बच गई थी। कुछ दिन पहले मेरे छोटे भाई दिनेश को पीटा था। अब तो मेरी बहन और भाई को मार डाला।’ कैसे माने कि सुशासन की सरकार है रोते हुए रीना ने कहा, ‘बिहार में नई सरकार बनी है। कहा जा रहा है कि किसी को डरने की जरूरत नहीं। मेरे भाई-बहन की हत्या कर दी गई। जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, उन्हें सजा नहीं मिलती तब तक हम कैसे माने कि बिहार में सुशासन की सरकार है। गृह मंत्री सम्राट चौधरी कहते हैं कि अपराधियों को सजा देंगे। हमारी गुहार है कि मेरे भाई बहन के हत्यारों को सामने लाया जाए।’ पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार दो बच्चों की मौत के मामले में पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज किया है, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है? यह जानने के लिए हमने भभुआ के डीएसपी मनोरंजन भारती से बात की। डीएसपी मनोरंजन भारती ने कहा, ‘घटना 23 नवंबर की है। चैनपुर थाने में केस दर्ज हुआ है। 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है। मामले की जांच चल रही है। हम हर एंगल से पड़ताल कर रहे हैं। घटना स्थल पर जाकर जांच की गई है।’


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