औरैया में डीएम डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय कक्ष में जूम मीटिंग के दौरान कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने शासन की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए उप जिलाधिकारी सहित सभी संबंधितों को शीत ऋतु और संभावित शीतलहर के मद्देनजर महत्वपूर्ण निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को रैन बसेरों में समय रहते सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए, ताकि कोई भी असहाय या मजदूर खुले में न सोए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि यदि कहीं कोई व्यक्ति किसी कारणवश खुले में सो रहा है, तो उसे तत्काल रैन बसेरा में पहुंचाया जाए। बढ़ती सर्दी को देखते हुए, डॉ. त्रिपाठी ने अलाव जलाने के लिए अभी से स्थानों को चिन्हित करने के भी निर्देश दिए। इससे आवश्यकता पड़ने पर चयनित स्थलों पर तुरंत अलाव जलवाए जा सकेंगे। उन्होंने प्रत्येक मंगलवार और गुरुवार को ग्रामीण स्तर पर आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्यम शिविरों की भी समीक्षा की। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को इन शिविरों में ग्राम और विकासखंड स्तर के अधिकारियों/कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को स्वयं भी शिविरों में पहुंचकर व्यवस्थाएं देखने और आमजनों/जरूरतमंदों की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए कहा गया। साथ ही, पात्र व्यक्तियों को पात्रता के अनुरूप योजना से लाभान्वित कराने के निर्देश भी दिए गए। समीक्षा के दौरान, भारत निर्वाचन आयोग के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR) के कार्यों की भी समीक्षा की गई। संबंधित अधिकारियों को सौंपे गए कार्यों को ईमानदारी और समयबद्धता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने पंचायत निर्वाचक नामावलियों के वृहद पुनरीक्षण 2025 हेतु संभावित डुप्लीकेट मतदाताओं के सत्यापन के उपरांत सभी संबंधित फीडिंग कार्य को पूर्ण कराने पर जोर दिया। श्री त्रिपाठी ने गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों को सर्दी से बचाने के लिए की गई व्यवस्थाओं का लगातार निरीक्षण करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर टाट/पट्टी की व्यवस्था के साथ-साथ भूसा, चारा और दाना आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया, ताकि कोई भी गोवंश सर्दी में परेशान न हो।
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