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PMCH की 5,540 करोड़ की नई बिल्डिंग में लिफ्ट ठप:ऊपरी मंजिल में OPD, रैम्प की सुविधा भी नहीं, परिजन बोले-स्ट्रेचर उठाकर सीढ़ियां चढ़ना मजबूरी

‘नई बिल्डिंग तो चमक रही है, लेकिन लिफ्ट हफ्तों से बंद है। रोज मरीज जान जोखिम में लेकर सीढ़ियां चढ़ते हैं। गंभीर मरीजों को चौथी मंजिल ले जाने के लिए चार लोग स्ट्रेचर उठाकर सीढ़ियों से लेकर जा रहे हैं। यह कहना है इलाज कराने आए एक मरीज के परिजन का, जो पटना के सबसे बड़े अस्पताल PMCH आया था। पटना PMCH की नई कॉमन यूटिलिटी बिल्डिंग (CUB) में लिफ्ट पिछले एक सप्ताह से खराब है। लिफ्ट बंद होने की वजह से मरीजों को सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है। गंभीर मरीजों को स्ट्रेचर पर लेकर परिजन सीढ़ियों से ऊपर-नीचे ले जाने को मजबूर हैं। इस बिल्डिंग में रैम्प की सुविधा भी नहीं है, जिससे ऑप्शनल व्यवस्था मिले। इसी वजह से मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 5,540 करोड़ रुपए की लागत से बनी PMCH के इस इमारत में कई महत्वपूर्ण विभागों की OPD चलती है। इसलिए यहां मरीजों का आना जाता लगा रहता है। इन समस्याओं को लेकर दैनिक भास्कर से मरीजों और उनके परिजनों का क्या कहना है, पढ़िए यह रिपोर्ट… नई बिल्डिंग में लिफ्ट बार-बार हो रहा खराब अस्पताल कर्मियों के अनुसार, महज 8-9 महीने पहले शुरू हुई इस नई बिल्डिंग में लिफ्ट का बार-बार खराब होना एक बड़ी समस्या बन गई है। उनका कहना है कि महीने में लगभग एक सप्ताह लिफ्ट खराब रहती है। लिफ्ट के दरवाजे पर ‘लिफ्ट खराब’ का नोटिस भी लगा हुआ है। अपनी गर्भवती पत्नी का इलाज कराने आए रोहित उपाध्याय ने कहा, ‘नई बिल्डिंग तो चमक रही है, लेकिन लिफ्ट हफ्तों से बंद है। रोज मरीज जान जोखिम में लेकर सीढ़ियां चढ़ते हैं। अस्पताल के किसी अधिकारी को इस बात की सुध नहीं है।’ एक मरीज के परिजन रमेश चंद्रवंशी ने बताया कि, ‘मरीज को चौथी मंजिल ले जाने के लिए वे चार लोग स्ट्रेचर उठाकर सीढ़ियों से लेकर जा रहे हैं।’ लिफ्ट बंद होने का सीधा असर अस्पताल कर्मियों पर भी पड़ रहा है। नर्स, वार्ड बॉय और टेक्नीशियन रोजाना मरीजों को सीढ़ियों से ढोने को मजबूर हैं। गलत तरीके से उठाने पर मरीज की स्थिति बिगड़ने का डर भी बना रहता है। गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और दिव्यांग मरीजों की बढ़ी परेशानी इस भवन में डर्मेटोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक, यूरोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक, ऑर्थोपेडिक्स जैसे कई विभागों की ओपीडी संचालित होती है। छठे फ्लोर पर पैथोलॉजी लैब है, जहां सभी आउटडोर मरीजों को ब्लड टेस्ट के लिए जाना पड़ता है। गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और दिव्यांग मरीज सीढ़ियां चढ़ने-उतरने में सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं। व्हीलचेयर पर बैठे मरीजों को भी कई मंजिलें चढ़ने में काफी कठिनाई हो रही है। 5540 करोड़ से कराया PMCH का रिनोवेशन, फिर भी शिकायतें PMCH रिनोवेशन के तहत 5540 करोड़ की योजना चलाई जा रही है। नई इमारत को मॉडर्न तकनीक से लैस किया गया है, लेकिन लिफ्ट जैसे बुनियादी सिस्टम का एक सप्ताह तक ठप रहना प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहा है। इस असुविधा के चलते दूरदराज से आए मरीजों और उनके परिजनों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। खासकर गंभीर मरीज, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं और दिव्यांग परेशान हैं। सीएम ने PMCH का किया था निरीक्षण सीएम नीतीश कुमार ने 28 नवंबर शुक्रवार को पटना के PMCH पहुंचकर अस्पताल में चल रहे रेनोवेशन कार्य का जायजा लिया था। उन्होंने समीक्षा कर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को जरूरी दिशा निर्देश दिए थे। सीएम नीतीश ने कहा, सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। अब कॉमन यूटिलिटी बिल्डिंग (CUB) की लचर हालात अस्पताल व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा। फिलहाल इस संबंध में PMCH के अधीक्षक डॉ. आईएएस ठाकुर से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।


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